जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मणिपुर घटना को शर्मसार करने वाला बताते हुए कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वहां डबल इंजन की सरकार है। इसके बाद भी 77 दिन के बाद वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना की जानकारी देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को होती है। उन्होंने सवाल किया कि आपका इंटेलिजेंस क्या कर रहा था? आप क्या कर रहे थे? हद तो तब हो गई जब सर्वोच्च न्यायालय के संज्ञान के बाद आपकी जुबान से दो बातें निकलती है।
पीएम के पास मणिपुर के लिए समय नहीं
ललन सिंह ने कहा कि दुनिया भर में घूम घूम कर, वहां लोगों को इकट्ठा कर अपने लिए नारेबाजी लगाने का समय पीएम मोदी को है। गृह मंत्री अमित शाह को पश्चिम बंगाल, ओडिशा सहित तमाम राज्यों में घूमने की फुर्सत है, लेकिन मणिपुर के लिए समय नहीं है। यह साबित करता है कि मोदी सरकार किस तरह की संवेदनहीन है। मणिपुर की घटना की जानकारी अगर पीएम मोदी और वहां के मुख्यमंत्री को नहीं थी तो यह बड़ा सवाल है कि आखिर ये लोग कैसी सरकार चला रहे है? इनका शासन किस तरह का है?
संसद में प्रधानमंत्री से नीचे किसी को नहीं सुनेंगे
ललन सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों ने इस बात पर एकमतता जताई है कि मणिपुर मामले में संसद में प्रधानमंत्री बयान दें। उनके बयान से नीचे किसी को हम नहीं सुनेगे। भाजपा सरकार ने अब तक इस मुद्दे पर अब तक क्या किया है उस पर पीएम मोदी जवाब दें। वहीं बेगूसराय में एक महिला को निर्वस्त्र कर मारपीट करने की घटना पर भाजपा द्वारा नीतीश सरकार को निशाने पर लेने पर ललन ने कहा कि घटना के 24 घंटे बाद आरोपी गिरफ्त में हैं। मुजफ्फरपुर की घटना पर उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई करने में लगी है और पुलिस पूरे मामले में कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि बिहार में पुलिस ऐसी घटनाओं के बाद कैसे कार्रवाई करती है।