मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाराणसी दौरे पर जाने वाले है इसको लेकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश पर हमला बोला है। चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में कोई सुनता नहीं है बनारस में कौन सुनेंगा। नीतीश को बिहार की जनता ने अस्वीकार कर दिया है और वह सोचते है कि उन्हें दूसरे राज्य की जनता स्वीकार करेगी। उन्हें सुनना चाहेगी। बिहार और बनारस बहुत दूर नहीं है क्या बनारस के लोग नहीं जानते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में क्या किया है, हकीकत है कि बनारस विकसित हो चुका है, उस क्षेत्र का जिस तरीके से विकाश हुआ है, काशी विश्वनाथ मंदिर को जिस तरीके से बनाया गया है वैसी कोई मंदिर भी बिहार में नहीं दिखती है।
बिहार की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या है कौन सा मॉडल लेकर बनारस जाएंगे नीतीश कुमार, कौन सा मॉडल लेकर बनारस में जाएंगे। प्रधानमंत्री को चुनौती देने के लिए कोई उदाहरण तो होनी चाहिए न, पहली बार जब प्रधानमंत्री दावेदारी लेकर आए थे तो उनके पास गुजरात मॉडल था नीतीश कौन सा मॉडल लेकर जाएंगे। उनके सामने जाकर अपनी बेजती करना यह उचित नहीं है।
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“75 साल बाद बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की जरुरत क्यों पड़ रही है”
वहीं बिहार को लगातार विशेष राज्य के दर्जा देने की मांग की जा रही है इसको लेकर चिराग ने कहा कि 19 सालों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों में क्या-क्या कमियां रही अपनी विफलताओं को केंद्र सरकार के समक्ष रखें । बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, हम लोग पूर्णता इस बात के समर्थन में है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले पर जब हम या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते हैं तो उनको इस बात को स्वीकारना होगा कि 19 साल में उनकी नीतियां बिहार की अर्थव्यवस्था इंफ्रास्ट्रक्चर और लोगों की आय में बढ़ोतरी करने में नाकाम रही है। बिहार में आज भी 75 साल के बाद विशेष राज्य के दर्ज की मांग करने की जरूरत क्यों पड़ रही है । क्यों मुख्यमंत्री की नीतियों से विकाश नहीं हुआ, क्यों विशेष राज्य के दर्ज की जरूरत है।
अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलता भी है तो केंद्र की मॉनिटरिंग होनी चाहिए। विशेष राज्य के दर्जे में जब तक केंद्र की मॉनिटरिंग नहीं होगी, तब तक बिहार का विकास नहीं होगा। बिहार ऐसा राज्य है जहां केंद्र सरकार के द्वारा दी गई राशियों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया जाता है ऐसे में विशेष राज्य के दर्जे की बात की जाती है तो इस बात को भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए की मॉनिटरिंग के माध्यम से ही विशेष राज्य के दर्जा की राशि की सुविधा मिले।
“दोहरी रणनीति अपना रहे लालू-नीतीश”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धार्मिक सम्मेलन में शामिल हुए, वहीं लालू प्रसाद यादव तिरुपति बालाजी पहुंचे। इसको लेकर चिराग पासवान ने कहा की शरणानत सनातन को गाली देने वाले समाप्त करने की बात करने वाले लोगों पर यह लोग खामोश रहते हैं। ये लोग इसके विरोध में बात करना पसंद नहीं करते। सनातन को गाली दी गई उस गठबंधन में रहेंगे, उसके बाद इसी धर्म का पालन अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए कर रहे हैं यह दोहरी रणनीति सही नहीं है।