बिहार में इन दिनों ‘खेला‘ जैसे शब्दों से सियासत गरमाई हुई है। महागठबंधन का साथ छोड नीतीश कुमार ने जबसे एनडीए का दामन थामा है, तभी से महागठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी यादव कहते आ रहे हैं कि अभी खेला बाकी है।
विधानसभा में अब शक्ति परीक्षण यानी कि फ्लोर टेस्ट की घड़ी आ गई है। सभी पार्टियों के वारिये नेता और सारे विधायक विधान सभा पहुँचने भी लगे हैं। नीतीश सरकार को विधानसभा में आज बहुमत साबित करना है और इससे पहले तेजस्वी फ्रंट फुट पर हैं। उनकी पार्टी राजद ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण से ठीक पहले भी खेला होने का दावा किया है। आरजेडी और जेडीयू की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। अब तक सभी राजनीतिक दल अपने-अपने विधायकों को अपने-अपने खेमे में बांधने की कोशिश कर रहे थे। आरजेडी और वाम दलों के विधायक जहां तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले पर ठहरे हुए थे, वहीं, बीजेपी के सभी विधायकों को पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में शिफ्ट किया हुआ था। उधर, जेडीयू ने अपने विधायकों को चाणक्य होटल में रुकने के लिए कहा गया था। बहुमत परीक्षण से पहले की अंतिम रात को जिस तरह तेजी से परिस्थितियां बदलती नजर आईं, उससे यह सवाल और गहरा हो गया है कि क्या बिहार में अभी ‘खेला’ बाकी है? दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि सत्ताधारी खेमे के कई विधायक आउट ऑफ कॉन्टैक्ट हो गए थे। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सरकार गठन के लिए 128 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था और अब खुद एनडीए ने ही कहा है कि हमारे पास 127 विधायकों का समर्थन है। इधर ताज़ा खबर ये भी आ रही है की राजद और जदयू, दोनों पार्टियों के 2-2 नेता अभी भी विधानसभा नहीं पहुंचे हैं। आनद मोहन के बेटे चेतन आनंद और बाहुबली नेता अनत सिंह की पत्नी नीलम देवी, जो राजद खेमे से हैं, विधानसभा नहीं पहुंचे हैं। मीडिया हवाले से तो खबर ये भी आ रही है की चेतन आनंद नीतीश कुमार से भी मिलने पहुंचे थे।
फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार को जेडीयू के विधानमंडल की बैठक हुई. इसमें सभी 45 विधायक नहीं पहुंचे। जेडीयू के 4 विधायक बीमा भारती, सुदर्शन, दिलीप राय और रिंकू सिंह मीटिंग में शामिल नहीं हुए। इतना ही नहीं, जेडीयू विधायक बीमा भारती, सुदर्शन और दिलीप राय के मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहे थे। इन विधायकों के अलावा डॉ. संजीव भी मीटिंग में नहीं पहुंचे। लेकिन वह पटना से बाहर हैं, इसे लेकर उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बात की है। उधर, जीतनराम मांझी का फोन भी रात 10 बजे के आसपास स्विच ऑफ हो गया। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं, बीजेपी नेता नित्यानंद राय जीतनराम मांझी के आवास पर पहुंचे। एक ओर जहां आरजेडी ने दावा किया है कि बहुमत परीक्षण से पहले खेला होगा, वहीं कांग्रेस दावा कर रही है नीतीश सरकार गिरेगी। राज्यसभा में बीजेपी द्वारा बिहार से अपने उम्मीदवारों की घोषणा पिछले दिन ही की जा चुकी है, इस बाबत ये भी कयास लगाये जा रहे हैं कि मांझी को जहाँ राज्यसभा सीट की चाहत थी, इस सन्दर्भ में उन्हें निराशा ही हाथ लगी है और शायद इसी वजह से उनसे कांटेक्ट नहीं हो पा रहा था। बहरहाल कारण जो भी हो बीजेपी के भीष्म अमित शाह ने मांझी से फ़ोन पर काफी देर तक उनसे कल बात भी की थी। आज भाजपा बिहार के वरिष्ठ नेता नित्यानद राय के साथ मांझी के सभी विधायकों को विधानसभा आते हुए भी देखा गया है। अब तो बस खेला का समय ख़त्म ही हो चुका है, अब तो अग्निपरीक्षा की बारी है।