लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए आज चुनाव प्रचार खत्म हो गया। आज रामनवमी है, इसलिए इस दिन पर भी खूब सियासत हुई। पीएम मोदी ने सभी चुनावी सभाओं में राम मंदिर का जिक्र किया। वहीं, टीएमसी की संयोजक एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज ही
अपनी पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में 10 वादे किए गए हैं। ममता ने आश्वासन दिया कि बंगाल में कोई नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) नहीं लागू होगी।
केंद्र में सरकार बनी तो सीसीए रद्द करेंगे : टीएमसी
टीएमसी ने घोषणा पत्र में वादा किया कि केंद्र में सरकार बनने पर वह सीसीए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) को रद्द कर देगी। साथ ही एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) की प्रक्रिया रोकेंगे। इतना ही नहीं यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) को लागू नहीं करने का वादा किया। घोषणा पत्र जारी करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि दीदी (ममता) की शपथ के साथ हम हर भारतीय को रोजगार की गारंटी, सबको घर, मुफ्त एलपीजी सिलेंडर, किसानों को एमएसपी, एससी-एसटी और ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति देने वादा करते हैं।
हिंदू वोटरों को साधने के लिए रामनवमी पर घोषणा पत्र जारी किया
टीएमसी के घोषणा पत्र की खास बात है कि इसे जारी करने के लिए पार्टी ने रामनवमी पर इसे जारी किया। राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा तृणमूल कांग्रेस और ममता सरकार पर लगातार मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है। ऐसे में रामनवमी पर घोषणा पत्र जारी करने के कदम को हिंदू वोटों को साधने की रणनीति बताई जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधान मुख्य सलाहकार डॉ. अमित मित्रा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर रही। जब वह दिल्ली गए तो हमारे नेतृत्व को अपमानित किया गया। हम इन प्रमुख मुद्दों के खिलाफ लड़ेंगे।