तमिलनाडु में शुक्रवार (11 अक्टूबर) देर रात एक बड़ा रेल हादसा हो गया। यहां मैसूर से बिहार के दरभंगा जा रही मैसूर दरभंगा बागमती एक्सप्रेस ट्रेन (12578) चेन्नई के पास कवरैप्पेट्टै रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में अभी तक 19 लोग घायल हो गए है। इधर, रेल हादसे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इसको लेकर एनडीए सरकार पर निशाना साधा है।
वहीं केंद्र सरकार में मंत्री और जदयू नेता ललन सिंह से जब मैसूर-दरभंगा रेल हादसे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ये होता रहता है। आपने देखा होगा कि कई जगहों पर लोग ट्रैक पर कुछ रख देते हैं। जानबूझकर दुर्घटना कराई जा रही है। उसकी जांच रेल मंत्रालय कर रहा है। उस पर कार्रवाई होगी।’
तब रेल मंत्री नीतीश कुमार ने दे दिया था इस्तीफा… कांग्रेस नेता A.K. Stalin का करारा तंज
इसके अलावा ललन सिंह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा। ललन सिंह से जब पूछा गया कि हाल ही में अखिलेश यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार को एनडीए से समर्थन वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कौन अखिलेश जी… आज नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की आत्मा कराह रही होगी। आंदोलन करके नेता जी की पहचान बनी, 1974 के आंदोलन में। आज अखिलेश जी उसकी (कांग्रेस) गोद में बैठे हुए हैं।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने
बता दें कि समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने जेडीयू चीफ नीतीश कुमार से एनडीए से समर्थन वापस लेने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि यूपी में भाजपा सरकार समाजवादियों को जेपी नारायण को श्रद्धांजलि देने से रोक रही है। अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुये जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा था, ‘अखिलेश को गठबंधन तोड़ने की सलाह देने के बजाए खुद आत्ममंथन करना चाहिए। अखिलेश यादव ने जेपी के जीवन मूल्यों को किस हद तक अपनाया है?’