केंद्रीय कानून मंत्री (Union Law Minister) और भाजपा नेता किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju ) ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर उत्तर प्रदेश के कौशांबी में 2022 की एक रैली में कथित तौर पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्वीकार नहीं करने का अपमान करने का आरोप लगाया।
बुद्ध की मूर्ति भेंट
रिजिजू ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें समाजवादी पार्टी के एक नेता अखिलेश यादव को भगवान बुद्ध की एक मूर्ति भेंट करते हुए दिखाई दे रहे थे, जबकि अखिलेश ने स्पस्ट रूप से कहा कि इसे मंच के पीछे रखा जाए। कथित घटना कुछ दिन पहले कौशांबी में यूपी चुनाव 2022 की चुनावी रैली के दौरान हुई थी। किरण रिजिजू ने हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं जानता था कि अखिलेश यादव कभी भी दलितों की भावनाओं के प्रति गंभीर नहीं थे, लेकिन यह खुला भगवान बुद्ध का अपमान भारत के लोकाचार का अपमान है।
मुसलमानों का समर्थन प्राप्त नहीं
उत्तर प्रदेश चुनाव 2020 सात चरणों में हो रहे हैं, जिनमें से चार चरणों में मतदान हो चुका है। पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को होगा। यूपी चुनाव के छठे और सातवें चरण में क्रमश: 3 और 7 मार्च को मतदान होना है। विशेष रूप से, बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को दावा किया कि सपा को मुसलमानों का समर्थन प्राप्त नहीं है।
नकली अम्बेडकरवादी
वहीं मायावती ने भी समाजवादी पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के सदस्य, मुसलमान, समाजवादी पार्टी की कार्यशैली से नाखुश हैं। बसपा प्रमुख ने अखिलेश यादव को “नकली अम्बेडकरवादी” करार दिया और पिछली सपा सरकार पर दलितों, पिछड़ों, गरीबों और ब्राह्मणों को परेशान करने का आरोप लगाया।