लोकसभा का चुनाव सामने हैं। जीतनराम मांझी ने सीएम नीतीश का साथ छोड़ दिया है। लिहाजा जेडीयू डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रही है। जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे से खाली मंत्री पद पर मुशहर समाज से आने वाले रत्नेश सदा को मंत्री बनाया। लगे हाथ ‘मांझी’ के क्षेत्र मगध से आने वाले और पर्वत पुरूष के नाम से जाने जाने वाले दशरथ मांझी के बेटे और दामाद को दल में शामिल करा लिया।
दशरथ मांझी को नीतीश कुमार ने दिया मान सम्मान
जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में माउंटेन मैन के नाम से प्रशिद्ध दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी और दामाद मिथुन मांझी को पार्टी की सदस्यता दिलवाई गई। इन दोनों को जदयू के सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई। इस दौरान दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी ने कहा कि हमारे पिता को जो मान सम्मान नीतीश कुमार ने दिया उससे उनका बहुत नाम हुआ। हमारे पिता के लिए जो भी किया है नीतीश कुमार ने किया है। इसलिए हमलोग शुरू से ही नीतीश कुमार के साथ रहे हैं और आगे भी उन्हीं के साथ रहेंगे। दशरथ मांझी के दामाद मिथुन मांझी ने कहा कि जिस समाज को आज तक किसी ने कोई इज्जत नहीं दी उस समाज के नेता को नीतीश कुमार ने हमेशा सम्मान दिया।
जीतन मांझी ने समाज को धोखा दिया
नव नियुक्ति मंत्री रत्नेश सदा ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को नीतीश कुमार ने मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री बनाया वह हमारे नेता को धोखा दिया। सिर्फ नीतीश कुमार को धोखा नहीं दिया, बल्कि हमारे समाज को धोखा दिया। उन्होंने समाज के लोगों को बातों में उलझा कर रखा। समाज के विकास का कोई काम नहीं किया।