Prashant Kishor Tejashwi Attack: अरवल की जनसभा के बाद मीडिया से बातचीत में जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजद पर तीखा हमला बोला। तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश कुमार को “नैतिक भ्रष्टाचार का पितामह” कहने पर पीके ने हंसते हुए पलटवार किया और कहा कि भ्रष्टाचार की बात करने का अधिकार राजद और तेजस्वी यादव को बिल्कुल नहीं है। उन्होंने तेजस्वी को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताते हुए कहा कि राजद का पुराना चरित्र किसी से छिपा नहीं है।
प्रशांत किशोर ने महागठबंधन की महत्वाकांक्षी “माई-बहिन मान योजना” को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कैलकुलेटर लेकर भी इस योजना का बजट नहीं निकाल सकते। पीके ने चुनौती देते हुए कहा कि कैमरे के सामने तेजस्वी यादव से यह हिसाब लगवा लिया जाए कि अगर बिहार की हर महिला को हर महीने 2500 रुपये देना है तो सालभर का बजट कितना होगा। पीके ने तंज कसा कि तेजस्वी इससे बड़े गुणा-गणित कैलकुलेटर से भी नहीं कर सकते।
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यही नहीं, पीके ने राजद पर आरोप लगाया कि अगर वे फिर से सत्ता में आए तो बिहार में लूटमार, अपहरण और भ्रष्टाचार का पुराना दौर लौट आएगा। उन्होंने कहा कि जैसे शेर कभी शाकाहारी नहीं हो सकता, वैसे ही राजद सत्ता में आते ही अपराध और लूटपाट शुरू कर देगा। पीके ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर वे तेजस्वी को डिप्टी सीएम बना दें तो वही तेजस्वी तुरंत नीतीश का गुणगान करने लगेंगे।
भाजपा द्वारा बुलाए गए बिहार बंद पर भी प्रशांत किशोर ने टिप्पणी की और उसे पूरी तरह असफल बताया। उन्होंने कहा कि अगर बंद सफल होता तो अरवल की सभा में इतनी भीड़ नहीं जुटती। पीके ने बंद के दौरान जनता को हुई परेशानियों को नेताओं की मानसिकता करार दिया।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से अपील की कि वे लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के डर में आकर वोट न दें। उन्होंने दावा किया कि दिसंबर से बिहार में नई राजनीतिक व्यवस्था की शुरुआत होगी, जिसमें इन तीनों की राजनीति का कोई असर नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है और जन सुराज उसी बदलाव का विकल्प है।






















