Prashant Kishor in Madhepura: जन सुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने मंगलवार को मधेपुरा के मुरलीगंज से बिहार की राजनीति पर सीधा वार किया। पीके ने कहा कि अब राज्य की जनता ने अपना मन बना लिया है कि उसे ना तो लालू यादव चाहिए और ना ही नीतीश कुमार। बिहार के लोग इस बार शिक्षा, रोजगार और जन सुराज की मांग कर रहे हैं। पीके ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार की जनता उनके सभी रूपों को देख चुकी है। उन्होंने कहा कि कभी लालू यादव गरीबों, पिछड़ों और यादव समाज के नेता थे, लेकिन अब वे सिर्फ अपने परिवार तक सिमट कर रह गए हैं। यही वजह है कि आम जनता अब वैकल्पिक राजनीति की ओर देख रही है।
इसी मंच से प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और चुनाव आयोग के बीच चल रही लड़ाई का बिहार के युवाओं से कोई संबंध नहीं है। यहां के युवाओं को यह जानना है कि कब फैक्ट्रियां लगेंगी और कब पलायन रुकेगा। पीके ने सवाल उठाया कि क्या दिल्ली और पटना की राजनीति से बिहार के बेरोजगारों की तकदीर बदल पाएगी?
उन्होंने अपने आंदोलन की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जन सुराज की ताकत का ही असर है कि बिहार में पेंशन 400 से बढ़कर 1100 रुपये हुई, रसोइयों का वेतन दोगुना हुआ, आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा और बिजली के 125 यूनिट मुफ्त मिले। पीके का दावा है कि जनता अब निर्भीक होकर नए विकल्प की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि यही जनता की शक्ति है कि पुराने नेता अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए हैं, जबकि जनता बैठकर मूल्यांकन कर रही है कि किसे वोट देना है और किसे नहीं।






















