जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार विधानसभा चुनावके बीच तीखा और भावुक स्वर अपनाते हुए कहा है कि 14 नवंबर को परिणाम आने पर सत्य-अपवाद सब स्पष्ट हो जाएगा और जनता तय कर देगी कि कौन ‘दूध है’ और कौन ‘पानी’। किशोर ने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि NDA माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि अच्छे और निष्पक्ष उम्मीदवार दब जाएँ, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि जनसुराज और उनके साथी किसी भी दबाव से नहीं डरेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि चाहे कितने भी उम्मीदवारों को ख़रीदने की कोशिश की जाएँ, चाहे धमकी दी जाए या परिवार पर दबाव बनाया जाए, जनसुराज के उम्मीदवार मैदान में टिकेंगे और चुनाव लड़कर विरोधियों को चुनौती देंगे।
प्रशांत किशोर का यह आग्नेयवाणी उस राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है जिसमें वे पारंपरिक पार्टी-राजनीति को चुनौती देकर ‘अच्छे लोग’ — डॉक्टर, व्यवसायी, समाजसेवी — को राजनीति में उतारने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ़ से खड़े किए गए कई उम्मीदवार पेशेवर और समाजसेवी पृष्ठभूमि के हैं, जिनके सामने पारंपरिक राजनीतिक बाहुबलियों को लड़ने में दिक्कत होगी। किशोर ने यह भी कहा कि जिन लोगों के परिवारों पर दबाव बनाया जा रहा है, वे भी हार नहीं मानेंगे और जनता के सामने अपनी बात रखेंगें।