नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर पटना सिविल कोर्ट में केस दर्ज करवाया है। अशोक चौधरी ने बताया कि उन्होंने प्रशांत किशोर को लीगल नोटिस भेजा था जिसका जवाब आया लेकिन वो संतोषजनक नहीं था। उन्होंने पटना के कोर्ट में प्रशांत किशोर पर मानहानि का क्रिमिनल केस किया है। चौधरी ने कहा कि वो तीस साल से राजनीति में हैं और कोई इस तरह उनकी इमेज को खराब नहीं कर सकता
इधर मानहानि का केस दर्ज होने पर प्रशांत किशोर की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। अशोक चौधरी के मानहानि के मुकदमे के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि हमको मानहानि, मुकदमा और FIR से डराने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है। जिनका आप नाम ले रहे हैं, वे जितनी बार चाहे मानहानि, एफआईआर कर दें।
पीके ने कहा कि हम कोई बालू-शराब माफिया हैं, किसी सरकारी पद पर हैं। डंके की चोट पर तीन साल से ये अभियान चला रहे हैं। अभी हम यहां आएं हैं और देख लीजिए हमारे साथ एक हवलदार तक नहीं है। जिस बिहार में लोग मुखिया बनने के बाद 4 गन मैन सुरक्षा के नाम पर लेकर घूमते हैं। उसी बिहार में 3 साल से मैं पैदल चल रहा हूं और 1 सिपाही तक नहीं लिया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हम किसी से डरने वाले हैं, गांधी मैदान में इसी सरकार ने रात के अंधेरे में 3 बजे मुझे उठा लिया। 20 थाने के लोग मुझे अरेस्ट कर कोर्ट में लेकर गए। क्या हुआ, मुझे छोड़ दिया। जब हमने कोई गलती नहीं की तो कोई बिहार में खड़े होकर नहीं कह सकता है कि हमने किसी से 1 रुपया भी लिया हो। कोई ये नहीं कह सकता है कि हमने कोई गलत काम किया है। कोई ये नहीं कह सकता है हम किसी से गाली-गलौज कर रहे हैं।
हमने बीपीएससी के बारे में कहा कि बीपीएससी के जरिए नौकरी बेची जा रही है। कौन नहीं जानता कि यहां पर नौकरी बेची जा रही है। अशोक चौधरी की बेटी को पैसे देकर टिकट बेचने के मामले पर प्रशांत किशोर ने कहा कि ये पूरे बिहार में सरेआम चर्चा है। ये प्रशांत किशोर को कहने की जरूरत नहीं है। बिहार के गांव-गांव में चर्चा है, जमीन के सर्वे में सरेआम पैसा लिया जा रहा है।