पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर तीखी बयानबाज़ी देखने को मिली है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसे नेता को बिहार की मतदाता अधिकार यात्रा के मंच पर बुलाया है, जिसने बिहार और बिहारियों का अपमान किया था। प्रशांत किशोर का इशारा तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की ओर था। रेवंत रेड्डी आज महागठबंधन की वोटर अधिकार यत्र में शामिल हुए हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि रेवंत रेड्डी कौन हैं और बिहार के लिए उन्होंने क्या किया है? उन्होंने बिहार के लोगों को गालियां दीं और यहां तक कह दिया कि श्रम कार्य बिहारियों के डीएनए में है। किशोर ने तंज कसते हुए कहा कि यदि रेवंत रेड्डी बिहार के किसी गाँव में जाएंगे तो लोग उन्हें लाठी लेकर खदेड़ देंगे। राहुल गांधी द्वारा ऐसे व्यक्ति को मंच साझा करने के लिए बुलाना, कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करता है।
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इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार की राजनीति में आज जन सुराज का प्रभाव इतना बढ़ चुका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तक पलायन की चर्चा करने को मजबूर हैं। किशोर ने कहा कि पहली बार बिहार में यह गंभीर विमर्श हो रहा है कि आखिर किस तरह पलायन की समस्या को रोका जाए। उन्होंने दावा किया कि जन सुराज भले ही अभी चुनाव नहीं जीता है, लेकिन उसके प्रयासों से बिहार की नीतियों में बदलाव दिखने लगे हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों में 400 रुपये की पेंशन महज 10 रुपये बढ़कर 410 रुपये तक पहुंची थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 1,100 रुपये कर दिया गया है। यह दिखाता है कि अगर जनता खड़ी हो जाए, तो लोकतंत्र ज़िंदा रहेगा। किशोर ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है और छठ के बाद बिहार का कोई भी युवा 10-12 हज़ार की नौकरी के लिए पलायन करने को मजबूर नहीं होगा। जन सुराज की व्यवस्था बनने के बाद पलायन की समस्या खत्म होगी।






















