Jansuraj Vidhansabha March: जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार को विधानसभा परिसर का घेराव किया। इस प्रदर्शन के पीछे पार्टी ने सरकार पर गरीबों को 2 लाख रुपये की रोजगार सहायता न देने, दलित भूमिहीनों को जमीन न मिलने और भूमि सर्वेक्षण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। जनसुराज के इस घेराव के दौरान पुलिस ने प्रशांत किशोर को हजारों समर्थकों के साथ पटना के चितकोहरा गोलंबर पर पुलिस ने रोका और लाठीचार्ज किया।
प्रशांत किशोर ने बुधवार, 23 जुलाई को विधानसभा घेराव का ऐलान किया था। उनकी अपील पर बड़ी संख्या में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता राजधानी पटना पहुंचे और विधानसभा की ओर कूच किया। खुद प्रशांत किशोर इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। जब प्रशांत किशोर को पुलिस रोक रही थी तब वह लगातार पुलिस के साथ संघर्ष करते नज़र आए और आगे बढ़ने की कोशिश की।

जब प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा की ओर मार्च करने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ, और स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कार्यकर्ताओं को रोकने के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। पुलिस की लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं।
प्रदर्शन के दौरान प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार सरकार ने गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन आज तक उन्हें एक पैसा भी नहीं मिला। दलित भूमिहीनों को तीन डिसमिल जमीन देने की बात हुई थी, पर यह भी झूठ साबित हुआ। सरकार सिर्फ वादे करके जनता को भरमा रही है। उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज पार्टी ने इन मुद्दों पर एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर जुटाए हैं और आज का प्रदर्शन सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए किया गया है।

प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘पुलिस कुछ नहीं कर सकती है। एक लाख आदमी लाकर घर को घेर लेंगे। वो निकल नहीं पाएंगे। नीतीश कुमार विधानसभा में नहीं मिलेंगे तो उनके घर पर जाकर मिलेंगे। बिना मिले नहीं रहेंगे। यह तो बस शुरुआत है। आगे देखते रहिए क्या-क्या होता है।’ प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने कहा, ‘राज्य सरकार की नाकामी और उदासीनता के खिलाफ यह जनआंदोलन किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से विधानसभा तक जाने की अनुमति नहीं मिली, जिससे जन सुराज के सभी कार्यकर्ता गर्दनीबाग जा रहे हैं।’