क्रिकेटर से बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने आज ट्वीट कर लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव की मांग की है। वहीं उससे पहले पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने आज प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को संविधान और देश के नियमों के विरुद्ध बताते हुए खारिज कर दिया था।
विधानसभाओं को भंग करने के लिया भेजा प्रस्ताव
बता दें कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो जाने के होने के तुरंत बाद इमरान खान ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को विधानसभाओं को भंग करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा था, ताकि पाकिस्तान में चुनाव होने का रास्ता बन सके। उन्होंने बताया कि मैंने राष्ट्रपति को विधानसभा भंग करने के लिए प्रस्ताव भेजा है। इस बार पकिस्तान में लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होने चाहिए। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के अवाम से चुनाव की तैयारी करने का कि बात कही।
इमरान के लिए विदेशी षड्यंत्र
इमरान ने अपने दावों को दोहराते हुए कहा कि अविश्वास एक विदेशी षड्यंत्र था। जिसने उन्हें पकिस्तान की सत्ता से बाहर निकालने और देश में लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए बनाया गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि पकिस्तान अब चुनाव की तैयारी करें। देश में कोई भी भ्रष्ट ताकत यह फैला नहीं कर सकती कि देश का भविष्य कैसे होगा। हालांकि जब विधानसभाएं भंग होने लगेगी, तभी तो अगले चुनाव और कार्यकारी सरकार के चयन प्रक्रिया शुरू होगी।
नेशनल असेंबली हुई भंग
हालांकि प्रधानमंत्री इमरान खान कि सलाह पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है। बताया जा रहा है कि देश में 90 दिनों के अंदर ही चुनाव होने वाले है।