नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के 81वें वार्षिक सम्मेलन (AGM) को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में वैश्विक विमानन क्षेत्र के प्रमुख हितधारक हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें 330 एयरलाइंस का प्रतिनिधित्व करने वाले IATA के सदस्य और 1,700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विमानन नेता शामिल हैं।
यह सम्मेलन 1 से 3 जून तक चल रहा है और इसे भारत की प्रमुख कम लागत वाली एयरलाइन इंडिगो द्वारा होस्ट किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य फोकस विमानन उद्योग में स्थिरता, सुरक्षा और नवाचार पर है, जिसमें सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
IATA ने 2050 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है, और SAF को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो पारंपरिक जेट ईंधन की तुलना में 80% तक उत्सर्जन कम कर सकता है।
भारत के लिए यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश 2030 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने की राह पर है। इंडिगो, जो भारत में 52% सीटों की क्षमता के साथ सबसे बड़ी एयरलाइन है, ने हाल ही में 500 एयरबस A320neo विमानों का ऑर्डर दिया है, जो भारत के विमानन क्षेत्र में विस्तार की गति को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “विश्वस्तरीय हवाई बुनियादी ढांचे को विकसित करने और कनेक्टिविटी को बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप, मुझे इस वैश्विक मंच पर बोलने का अवसर मिला है।” यह आयोजन भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और विमानन उद्योग में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।