नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आज दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 24 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक की मांग की थी, जो उसी दिन बुलाई भी गई थी, लेकिन उस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी शामिल नहीं हुए, जिससे पार्टी को निराशा हुई।
जयराम रमेश ने आगे कहा, “हमने उम्मीद की थी कि प्रधानमंत्री उस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे, लेकिन किसी कारणवश वे मौजूद नहीं थे। अब कल होने वाली सर्वदलीय बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बैठक होगी। हम उम्मीद करते हैं कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे और सभी दलों को विश्वास में लेकर बातचीत करेंगे।
“ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ:
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है, और विपक्षी दल सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्टता और सहयोग की मांग कर रहे हैं।
विपक्ष की मांग:
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस ऑपरेशन के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक की मांग की है। जयराम रमेश ने कहा कि देश की एकता और सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि प्रधानमंत्री खुद इस तरह की बैठकों में शामिल हों और सभी दलों को साथ लेकर चलें।
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भी कल की सर्वदलीय बैठक में शामिल होने की पुष्टि हुई है। कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि इस बार सरकार विपक्ष की बातों को गंभीरता से लेगी और राष्ट्रीय हित में एकजुटता दिखाएगी।
पहलगाम हमले का प्रभाव:
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से देश में तनाव का माहौल है। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने ली थी, जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जवाबी कार्रवाई की। इस घटना ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि इस संकट की घड़ी में सरकार को पारदर्शिता दिखानी चाहिए और सभी दलों को विश्वास में लेना चाहिए। अब सभी की नजरें कल की सर्वदलीय बैठक पर टिकी हैं, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।