जमुई जिले के सोनो प्रखंड के लालीलेवार पंचायत स्थित मध्य विद्यालय में इस साल सरस्वती पूजा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। 1 फरवरी को प्रिंसिपल अली हुसैन अंसारी ने स्कूल में सरस्वती पूजा की मूर्ति को कमरे में बंद कर दिया था, और ना तो खुद पूजा की और ना ही किसी अन्य को पूजा करने का मौका दिया। इसके बाद यह मामला 4 दिन तक न सुलझने के बाद बुधवार को जब ग्रामीणों को जानकारी मिली, तो उन्होंने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध बढ़ने पर पुलिस प्रशासन और CO मौके पर पहुंचे और अधिकारियों की उपस्थिति में कमरे का ताला तोड़ा गया, जिसके बाद विधिवत पूजा संपन्न कराई गई। इस दौरान प्रिंसिपल अली हुसैन मौके पर मौजूद नहीं थे।
धार्मिक कारणों से पूजा न कराने का आरोप
स्थानीय निवासी रघुनाथ यादव ने बताया कि प्रिंसिपल अली हुसैन ने धार्मिक कारणों से पूजा नहीं कराई। उन्होंने यह भी बताया कि 1968 से इस स्कूल में नियमित रूप से सरस्वती पूजा होती आई थी, लेकिन पिछले साल से प्रिंसिपल ने पूजा में बाधा डालनी शुरू कर दी थी। ग्रामीणों का आरोप था कि चूंकि प्रिंसिपल दूसरे धर्म से संबंधित हैं, इसलिए उन्होंने पूजा कराने से मना किया।
ग्रामीणों की मांग: प्रिंसिपल का ट्रांसफर
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की कि प्रिंसिपल का जल्द से जल्द ट्रांसफर किया जाए। उनका कहना था कि अगर धार्मिक मामलों में इस तरह की रुकावट जारी रहती है, तो यह छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच अव्यवस्था पैदा कर सकती है।
CO की उपस्थिति में पूजा का आयोजन
सोनो प्रखंड के CO सुमित कुमार आशीष ने बताया कि इस मामले को मिसमैनेजमेंट का परिणाम मानते हुए, उन्हें सूचना मिलने पर स्कूल पहुंचने और पूजा कराने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, “हमने ग्रामीणों के साथ मिलकर विधिवत रूप से सरस्वती पूजा संपन्न कराई। अब इस मामले की जानकारी जिलाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी जाएगी, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।”