बिहार की राजनीति में महिलाओं को साधने की जंग और तेज हो गई है। शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पटना के सदाकत आश्रम में आयोजित “महिला संवाद” कार्यक्रम में बड़ी घोषणाएं कीं। इस संवाद में उन्होंने आशा, आंगनवाड़ी, किसान, मजदूर और विभिन्न व्यवसायों से जुड़ी महिलाओं की समस्याएं सुनीं और उनके समाधान का भरोसा दिलाया।
बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश कुमार से उठा महिलाओं का भरोसा प्रियंका गांधी ने हमला बोला
प्रियंका गांधी ने ऐलान किया कि यदि उनका गठबंधन सत्ता में आता है तो बिहार की जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाएंगे। साथ ही आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं समेत सभी कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान सिर्फ चुनाव के पहले पैसे बांटने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह महिलाओं की आर्थिक स्थिरता, सुरक्षा और अधिकारों से जुड़ा मुद्दा है।

कांग्रेस महासचिव ने महिलाओं के स्वास्थ्य पर खास जोर दिया और कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तरह बिहार में भी 25 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाएगा। उनके मुताबिक, इस बीमा के तहत सर्जरी, दवा और अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क मिलेंगी। प्रियंका ने कहा कि महिलाओं को अपने बच्चों और परिजनों की सेहत के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा, यही इस योजना का मकसद है।
केवल चुनावी फायदे के लिए.. तेजस्वी यादव ने महिला रोजगार योजना पर उठाये सवाल, पीएम पर निशाना
महिला शक्ति को जमीन से जोड़ते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि गठबंधन सरकार बनने पर भूमिहीन परिवारों को 3 से 5 डिसमिल जमीन दी जाएगी और इस जमीन का मालिकाना हक महिलाओं को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जमीन का नाम और स्वामित्व महिलाओं के नाम होगा, ताकि उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से अधिक मजबूती मिले।

अपने संबोधन में प्रियंका गांधी ने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी शक्ति को पहचानें और एकजुट होकर उन ताकतों के खिलाफ खड़ी हों जो उन्हें सिर्फ चुनाव से पहले का वोट बैंक मानती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महिलाओं को सम्मान देने के बजाय उन्हें केवल पैसों से “खरीदने” की कोशिश करती है। प्रियंका ने साफ किया कि सम्मान तब मिलेगा जब महिलाओं को स्थायी आय, स्वास्थ्य सुरक्षा और जमीन पर अधिकार दिया जाएगा।
















