कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गाज़ा में अल-जज़ीरा के पांच पत्रकारों की मौत पर गहरा शोक जताते हुए इसे “फलस्तीनी ज़मीन पर किया गया एक और घृणित अपराध” करार दिया है। उन्होंने कहा कि “सच्चाई के लिए खड़े होने का असीम साहस” इज़रायल की हिंसा और नफरत से कभी नहीं टूट सकता।
अल-जज़ीरा मीडिया नेटवर्क के अनुसार, गाज़ा सिटी में एक पत्रकार शिविर पर हुए लक्षित इज़रायली हवाई हमले में उनके रिपोर्टर अनस अल-शरीफ और चार अन्य सहकर्मियों की मौत हो गई। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “इन बहादुर पत्रकारों की निर्मम हत्या हमें सच्ची पत्रकारिता का अर्थ याद दिलाती है — एक ऐसी दुनिया में जहां मीडिया का बड़ा हिस्सा सत्ता और व्यापार का गुलाम बन चुका है।”
कांग्रेस महासचिव ने मृत पत्रकारों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी आत्मा को शांति मिले और उनका साहस हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। प्रियंका गांधी लगातार गाज़ा में इज़रायल की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठा रही हैं और फलस्तीनी जनता के प्रति एकजुटता प्रकट कर रही हैं। उधर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने भी रविवार को पत्रकारों के शिविर पर किए गए इज़रायली हमले की कड़ी निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का “गंभीर उल्लंघन” बताया है।






















