बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण( SIR ) को लेकर संसद में संग्राम छिड़ गया है। आज संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन SIR को लेकर नारेबाजी हुई। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने सदन को 12 बजे तक स्थगित कर दिया, जिसके बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी के साथ अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेता संसद के मकर द्वार पर पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन किया। प्रोटेस्ट कर रहे सांसदों के हाथ में बैनर और तख्ती भी नजर आई।
लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि अगर लोकतंत्र में मतदाता सुरक्षित नहीं है तो लोकतंत्र सुरक्षित नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त को इस मामले की जांच करनी चाहिए। सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, “सरकार की कोई मंशा ही नहीं है कि वे जनता और लोगों की बात सुनें। अभी जो SIR की जा रही है इससे अपने आप में सवाल उठते हैं।”
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SIR के मुद्दे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हर चुनाव को जीतने के लिए भाजपा एक नई रणनीति बनाती है। 8 करोड़ वोट और 1-1.5 महीने में आप नई वोटर लिस्ट बनाएंगे। उत्तर प्रदेश में अभी उपचुनाव में पुलिस ने बंदूक से वोट रोका था। मैं दावे से कहता हूं कि कुंदरकी में आप CCTV निकाल कर देख सकते हैं पुलिस वोट डालती मिलेगी। अयोध्या में ये लोग हारे थे तो मिल्कीपुर हराना जरूरी था। बिहार में नई वोटर लिस्ट बनने का मतलब है भाजपा ने बेईमानी करने के लिए कोई बहुत बड़ी तैयारी की है।