मॉस्को : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए यूक्रेन के साथ सीधी वार्ता का प्रस्ताव रखा है। यह वार्ता 15 मई को तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में होगी। पुतिन ने कहा कि इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य स्थायी शांति स्थापित करना और रूस-यूक्रेन युद्ध के मूल कारणों को समाप्त करना है।
पुतिन ने क्रेमलिन में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “हम कीव प्रशासन को गुरुवार को इस्तांबुल में बातचीत फिर से शुरू करने का प्रस्ताव देते हैं। हमें उम्मीद है कि इस बार वार्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पहले भी दोनों पक्षों के बीच एक मसौदा दस्तावेज तैयार किया गया था, जिसे कीव की ओर से शुरू में स्वीकार किया गया था, लेकिन पश्चिमी देशों के दबाव में इसे रद्द कर दिया गया था।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को 310 मिलियन डॉलर की एफ-16 प्रशिक्षण और उपकरण सहायता को मंजूरी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दोनों देशों से अपनी शर्तों पर युद्धविराम करने का आग्रह किया है, जिससे अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका में कमी के संकेत मिलते हैं।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत की बात हो रही है। 2022 में रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद से कई बार शांति वार्ता के प्रयास हुए हैं, लेकिन पुतिन की शर्तें हर बार रुकावट बनी हैं ; जिनमें कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों को रूस का हिस्सा मानना, यूक्रेन का नाटो में शामिल न होना, और रूस पर लगे प्रतिबंधों को हटाना शामिल है।
यूक्रेन की ओर से अभी इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है, क्योंकि यह युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।,