Bihar Election: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार में चल रहे मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार को एक ट्वीट में कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग पर सीधे हाथों वोट चोरी करते पकड़े जाने का आरोप लगाते हुए इसे भाजपा का “इलेक्शन चोरी ब्रांच” तक कह डाला।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब यूट्यूबर व पत्रकार अजित अंजुम पर बिहार के बलिया में मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया में हस्तक्षेप और सांप्रदायिक विवाद फैलाने का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज की गई। अजीत अंजुम, जो एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं, ने 12 जुलाई को बलिया के एक मतदान केंद्र का दौरा किया था। उनका दावा है कि उन्हें वहां कई एसआईआर (सुपर इंटेंसिव रिवीजन) फॉर्म मिले जिनमें से कुछ बिना फोटो के थे, कुछ अधूरे भरे हुए थे और कुछ पर हस्ताक्षर नहीं थे।
Rahul Gandhi का तीखा हमला
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार में चुनाव आयोग ‘सर’ के नाम पर वोट चोरी करते हाथों-हाथ पकड़ा गया! काम बस चोरी, नाम है ‘सर’ – जो उजागर करेगा उस पर होगा एफआईआर! क्या ईसी अब भी ‘इलेक्शन कमीशन’ है या पूरी तरह भाजपा का ‘इलेक्शन चोरी ब्रांच’ बन चुका है?
चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल
मतदाता सूची संशोधन में इस्तेमाल होने वाले एसआईआर फॉर्म्स को लेकर विवाद ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। चुनाव सुधार कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिना फोटो या अधूरे फॉर्म्स का मिलना मतदाता सूची में फर्जीवाड़े की आशंका को बल देता है। विपक्षी दलों का आरोप है कि यह व्यवस्थित तरीके से मतदाता सूची में हेरफेर करने की कोशिश हो सकती है।
दरअसल, अजीत अंजुम पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में अनधिकृत हस्तक्षेप किया और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की। हालांकि, अजीत अंजुम का दावा है कि वह सिर्फ जनहित में चुनावी प्रक्रिया की जांच कर रहे थे।