नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एक विवादास्पद बयान दिया। गांधी ने दावा किया कि मोदी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक फोन कॉल के दौरान “सरेंडर” कर दिया, जिसे उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में उठाया।
गांधी ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “ट्रंप ने फोन उठाया और कहा… नरेंद्र, सरेंडर। ‘हां, सर’ कहते हुए नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के संकेत का पालन किया।” इस बयान के माध्यम से उन्होंने मोदी की विदेश नीति पर सवाल उठाए।
हालांकि, व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में ट्रंप-मोदी कॉल को “उत्पादक” described किया गया था, जिसमें दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा और आपसी सहयोग पर चर्चा की थी। गांधी का बयान “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में आया, जो भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा आतंकवादी शिविरों के खिलाफ एक सैन्य कार्रवाई थी, जिसे प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने विस्तार से बताया था।
गांधी की यह टिप्पणी उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा लगती है, जहां वे अक्सर मोदी की नेतृत्व शैली और नीतियों, विशेष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्थिति के मुद्दों पर चुनौती देते हैं। यह बयान महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं या चुनावों से पहले या दौरान ऐसे बयानों के रणनीतिक उपयोग को दर्शाता है।
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया है, जबकि कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार की विदेश नीति की कमजोरियों को उजागर करने के रूप में पेश किया है।