कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर बिहार के चुनावी मैदान में सक्रिय नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को वे गया और राजगीर के दौरे पर हैं, जहां वे अति पिछड़ा वर्ग (OBC) छात्रों और महिलाओं से संवाद करेंगे। साथ ही वे ‘माउंटेन मैन’ के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के गांव गहलौर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
इस यात्रा को लेकर माना जा रहा है कि कांग्रेस बिहार में पिछड़ा और महिला वोट बैंक को टारगेट करने की रणनीति के तहत राहुल गांधी के लगातार दौरे करवा रही है। यह दौरा 2025 के विधानसभा चुनाव की नींव डालने जैसा माना जा रहा है।
दशरथ मांझी के गांव से सियासी संदेश
राहुल गांधी सबसे पहले गया हवाई अड्डा पहुंचेंगे और वहां से गहलौर गांव जाएंगे, जहां दशरथ मांझी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
दशरथ मांझी सिर्फ ‘पहाड़ तोड़ने वाले आदमी’ नहीं, बल्कि संघर्ष और सामाजिक न्याय के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में उनका स्मरण कर राहुल गांधी OBC और दलित समुदाय को एक भावनात्मक संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं।
गहलौर से लौटने के बाद राहुल गांधी दोपहर में राजगीर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेंगे। यहां वे OBC छात्रों से संवाद करेंगे और उनके सवालों का जवाब देंगे। इस मंच से राहुल गांधी सामाजिक न्याय, शिक्षा और समानता जैसे मुद्दों पर अपनी बात रख सकते हैं। यह सम्मेलन कांग्रेस की उस मुहिम का हिस्सा है जिसमें पार्टी युवाओं को यह संदेश देना चाहती है कि संविधान और आरक्षण व्यवस्था की रक्षा उसकी प्राथमिकता है।
राजगीर से वापस लौटने के बाद राहुल गांधी गया शहर में महिलाओं से संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम कांग्रेस के “महिला शक्ति संवाद” अभियान का हिस्सा है, जिसके जरिए पार्टी महिला मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश कर रही है। महंगाई, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर राहुल गांधी महिलाओं से बात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे।