आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने जातीय समीकरण साधने की रणनीति तेज कर दी है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में रविदास जयंती के अवसर पर एक विशेष बैठक आयोजित की। इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और मंत्री जनक राम की अगुवाई में रविदास समाज के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की गई।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि रविदास समाज के नेताओं के साथ हमारी सकारात्मक चर्चा हो रही है। समाज के लोग पार्टी के साथ कैसे मजबूत तरीके से जुड़ें और उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाए, इस पर काम चल रहा है। बैठक के दौरान दिलीप जायसवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आज कांग्रेस को संविधान की याद आ रही है, लेकिन शायद वो भूल गए कि इसी कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को अपमानित कर पार्टी से निकाला था। दलित समाज के साथ सबसे ज्यादा अन्याय कांग्रेस ने ही किया है।
दरअसल, राहुल गांधी आगामी 6 जून को वे नालंदा आ रहे हैं, जहां पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के साथ संवाद करेंगे। बीजेपी के दिलीप जायसवाल ने कहा कि जब चुनाव आता है तो राहुल गांधी एसी से निकलकर बिहार आते हैं। इससे पहले नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी और नीरज कुमार बबलू ने राहुल गांधी के बिहार दौरे पर सवाल उठाया था।
राहुल गांधी के छह जून के बिहार दौरे की तैयारी में कांग्रेस के नेता पसीना बहा रहे हैं तो सत्ताधारी बीजेपी और जदयू सियासत में लगे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा है कि बिहार में चुनाव होने वाला है तो राहुल गांधी दौरा लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 से अबतक 50 बार बिहार आ चुके हैं। लेकिन राहुल गांधी बताएं के बचपन से पचपन की उम्र तक वे कितनी बार बिहार आए। जब भी किसी राज्य में इलेक्शन होता है तो एसी से बाहर निकलते हैं। एक प्रधानमंत्री के पास बिहार के लिए समय है तो उनके पास क्यों नहीं।
कहा कि जब उनकी नाव बिहार में डूब गई है तो आ रहे हैं, पांच सालों से कहां थे? वैसे भी अंग्रेजों के डिवाइड एंड रूल की तरह समाज को बांटने आते हैं। लेकिन उनको कोई लाभ नहीं मिलेगा। बिहार के लोग नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार को पसंद करते हैं। बता दें कि नए साल में राहुल गांधी का यह पांचवां दौरा है। उनका पहले 27 मई को प्रोग्राम था जो हॉल खाली नहीं होने की वजह से आगे बढ़ा दिया गया।