बिहार की राजनीति (Bihar Politics) इन दिनों बेहद गरमा गई है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘एटम बम’ और ‘हाइड्रोजन बम’ वाले बयान ने जहां विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश दिखाई, वहीं भाजपा ने इसे राहुल गांधी की “राजनीतिक हताशा” करार देते हुए जोरदार हमला बोला। राहुल गांधी ने पटना में आयोजित ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन अवसर पर कहा था कि “एटम बम के बाद अब हाइड्रोजन बम आएगा और वोट चोरी का खुलासा होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।”
इस बयान के बाद बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि वे भूल रहे हैं कि उनके मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता जी के खिलाफ अपशब्द कहे गए थे। जयसवाल ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का अहंकार देश की जनता देख रही है और आने वाले चुनाव में लोग उन्हें सबक सिखाएँगे।
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इसी क्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो खुद लोकतंत्र को कमजोर करने वाली राजनीति का हिस्सा रहे हों, भ्रष्टाचार और अपराध को पोषित किया हो, वे देशभक्त नेता नरेंद्र मोदी पर सवाल नहीं उठा सकते। उन्होंने राहुल गांधी और उनके सहयोगियों को “नौटंकीबाज” बताते हुए कहा कि वे अपने पद की गरिमा गिरा रहे हैं और संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम कर रहे हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी राहुल गांधी की तुलना करते हुए उनके ‘हाइड्रोजन बम’ वाले बयान का मजाक उड़ाया। मांझी ने कहा कि “पहले एटम बम फोड़कर क्या हुआ, चींटी तक नहीं मरी। अब हाइड्रोजन बम से क्या हासिल होगा?” उन्होंने आगे कहा कि संविधान के अनुसार जिन लोगों को वोट देने का अधिकार नहीं है, उन्हें चुनाव प्रभावित नहीं करने दिया जाएगा। साथ ही, मांझी ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को भी “विफल प्रयास” बताते हुए कहा कि इस यात्रा ने कांग्रेस को फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही पहुँचाया है, क्योंकि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत माता जी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया और कांग्रेस ने इस पर खेद भी व्यक्त नहीं किया।






















