राजनीतिक रूप से संवेदनशील बिहार में, जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, वैचारिक संग्राम और तेज होता जा रहा है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजगीर से सत्ताधारी सरकारों पर तीखा हमला बोला। संविधान सुरक्षा सम्मेलन के मंच से उन्होंने एक बार फिर लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा को लेकर सशक्त संदेश दिया।
बिहार बनता जा रहा है क्राइम कैपिटल ऑफ इंडिया”
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत ही एक सख्त आरोप से की। उन्होंने कहा कि बिहार कभी बुद्ध और महावीर की धरती था। आज वही बिहार क्राइम कैपिटल ऑफ इंडिया बन गया है। इसका जिम्मेदार कौन है? ये नीतीश कुमार और मोदी जी की सरकारें हैं, जो सिर्फ कुर्सी के लिए गठजोड़ बदलती हैं, लेकिन जनता की सुरक्षा, शिक्षा और रोजगार पर कोई काम नहीं होता।
संविधान बचाने की लड़ाई: सिर्फ नारा नहीं, आंदोलन
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज देश एक गंभीर वैचारिक संकट से गुजर रहा है। हम बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को किसी कीमत पर मिटने नहीं देंगे। यह संविधान है जो आम जनता को ताकत देता है, न कि कुछ उद्योगपतियों के इशारे पर चलने वाली सरकार।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी राहुल ने सीधा प्रहार करते हुए कहा कि कभी इधर, कभी उधर – अब बिहार की जनता इस नौटंकी को समझ चुकी है। आज भी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, स्कूलों में शिक्षक नहीं, युवाओं को नौकरी नहीं। ये मुद्दे गायब हैं क्योंकि सरकारें उन्हें उठाना नहीं चाहतीं।
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि भय और घृणा का माहौल बनाकर लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम भारत जोड़ो यात्रा जैसे प्रयासों से इस ज़हर का इलाज कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य है– प्यार, भाईचारा और न्याय।
इस सम्मेलन की खास बात यह रही कि यह राहुल गांधी का नालंदा जिले में पहला सार्वजनिक संबोधन था। यहां बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद रहे। राहुल ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि संविधान पर हमला देश के भविष्य पर हमला है। इसलिए युवाओं को अब आगे आकर इस लोकतांत्रिक लड़ाई में शामिल होना होगा।