नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2025: दिल्ली में गुरुवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, CPP अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पार्टी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है।
राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए अपना अमेरिका दौरा बीच में ही छोटा कर दिया और गुरुवार तड़के दिल्ली पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने इस हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक कर्रा से बात कर स्थिति की जानकारी ली थी। पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए इस हमले में आतंकियों ने धार्मिक पहचान की पुष्टि कर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी, जिसके बाद देश भर में आक्रोश देखा जा रहा है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की यह बैठक सुबह 10:30 बजे शुरू हुई। बैठक का मुख्य एजेंडा पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न राजनीतिक और सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करना था। इसके अलावा, पार्टी के संगठनात्मक ढांचे और आगामी रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में पार्टी नेतृत्व ने केंद्र सरकार से इस हमले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की और प्रभावित परिवारों के प्रति एकजुटता व्यक्त की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार (23 अप्रैल 2025) को बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की थी और केंद्र सरकार से जवाबदेही की मांग की थी। वहीं, राहुल गांधी ने भी हमले के बाद सोशल मीडिया के जरिए शोक व्यक्त करते हुए कहा था कि इस तरह की घटनाएं देश की एकता और शांति के लिए गंभीर चुनौती हैं।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी पार्टी का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है, जिसमें शीर्ष नेताओं की मौजूदगी इसे और महत्वपूर्ण बनाती है। इससे पहले भी CWC की बैठकें पार्टी के नेतृत्व परिवर्तन और संगठनात्मक सुधारों के लिए चर्चा का केंद्र रही हैं। साल 2020 में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होने की पेशकश की थी, जिसके बाद पार्टी ने नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पर विचार किया था।
पहलगाम हमले के बाद देश भर में तनाव का माहौल है। इस बीच, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ अपने अभियान को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया है, ताकि हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाई जा सके। कांग्रेस ने इस बैठक के जरिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश की है।