Rahul Gandhi Bihar Yatra: बिहार में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा का तीसरा दिन कई राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं का गवाह बना। मंगलवार सुबह गयाजी के वजीरगंज से यह यात्रा शुरू होकर नवादा, नालंदा और शेखपुरा की ओर बढ़ी। इस दौरान राहुल गांधी का मानवीय चेहरा उस वक्त सामने आया जब उन्होंने रास्ते में तिरंगा लेकर खड़े स्कूली बच्चों को देखकर गाड़ी रुकवाई, उनसे मुलाकात की और टॉफियां बांटी। राहुल का यह अंदाज भीड़ के बीच चर्चा का विषय बना और समर्थकों ने इसे उनकी ज़मीनी राजनीति का प्रमाण बताया।
हालांकि यात्रा का सफर विवादों से भी अछूता नहीं रहा। नवादा के हिसुआ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर के ऊपर कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी का पोस्टर लगाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। पूर्व विधायक अनिल सिंह और उनके समर्थकों ने धरना दिया और प्रशासन से पोस्टर हटाने की मांग की। हंगामे के बीच पुलिस ने भाजपा नेताओं को हिरासत में ले लिया। दिलचस्प यह रहा कि जब राहुल गांधी का काफिला वहां से गुजरा तो थाने से ही भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। राहुल गांधी ने न तो गुस्सा दिखाया और न ही प्रतिक्रिया दी, बल्कि हाथ हिलाकर और मुस्कुराकर उनका अभिवादन किया।
नवादा जिले में प्रवेश के साथ ही राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। तुंगी और मंझवे बाजार से लेकर हिसुआ और जमुआवां तक जगह-जगह लोग झंडे-बैनर और नारेबाजी के साथ उमड़े। मानव श्रृंखला बनाकर समर्थकों ने इंडिया गठबंधन के प्रति समर्थन जताया। भीड़ का उत्साह देखकर यह साफ हो गया कि यात्रा ने इलाके की राजनीतिक हवा को गर्मा दिया है।
हालांकि यात्रा अपने तय समय से करीब एक घंटे देरी से शुरू हुई, लेकिन लोगों की भीड़ और उत्साह में कोई कमी नहीं आई। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों ही लगातार जनता से संवाद करते रहे और वोटर अधिकार की मांग को लेकर अपने अभियान को आगे बढ़ाते रहे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस और आरजेडी का जनसंपर्क कार्यक्रम नहीं बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करने की रणनीति है।






















