बिहार की राजनीति में ‘वोट चोरी’ को लेकर चल रही बहस अब और तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा दिए गए बयान पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और जदयू नेता नीरज कुमार ने कड़ा पलटवार किया है। यह विवाद न केवल बिहार की राजनीति को गरमा रहा है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी गुजरात मॉडल बनाम विपक्ष के आरोप की बहस को फिर से जीवित कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात मॉडल को वोट चोरी का मॉडल बताना दरअसल उनकी हार की हताशा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल उन्नति, विकास और समृद्धि का मॉडल है, जिसकी चर्चा दुनिया भर में होती है। राय ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार की यात्रा पर केवल भ्रम फैलाने निकले हैं, लेकिन बिहार की जनता अब गुमराह नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह वह बिहार नहीं है जो 1990 से 2005 तक लालू-राबड़ी शासन के समय जंगलराज के नाम से जाना जाता था। आज बिहार सड़क, बिजली, पानी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ विकास की राह पर आगे बढ़ चुका है।
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उधर, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत को कमजोर करने बिहार आए हैं। नीरज ने राहुल के वोट चोरी के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए तर्क दिया कि 2015 में कांग्रेस को बिहार में 6.7% वोट और 2020 में 9.4% वोट मिले थे। ऐसे में वोट चोरी की बात करना बेमानी है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के वोट बढ़े हैं तो इसे भी क्या वे चोरी कहेंगे?
नीरज कुमार ने इस बहस को एक और आयाम देते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि स्टालिन और कांग्रेस नेताओं ने बिहारियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं, जिसे जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ऐसे दलों और नेताओं को जवाब देने के लिए तैयार है।






















