नई दिल्ली : कांग्रेस ने हाल के पहलगाम आतंकी हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद घोषित संघर्षविराम के मद्देनजर एक विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी (लोकसभा) और मल्लिकार्जुन खड़गे (राज्यसभा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है।
राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले और आज घोषित संघर्षविराम के बाद, मैं विपक्ष की ओर से एक विशेष संसद सत्र बुलाने का अनुरोध करता हूँ ताकि हम एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ संकल्प दिखा सकें और चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति को प्रदर्शित कर सकें।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इसी तरह का पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने एकता और तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया। खड़गे ने कहा, “इस संकट के समय में, दोनों सदनों को जल्द से जल्द बुलाकर हम एकजुटता का संदेश दे सकते हैं।”
कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उठाया और कहा, “लोकसभा और राज्यसभा के विपक्ष के नेताओं ने पीएम से विशेष संसद सत्र की मांग की है ताकि राष्ट्र एकजुट होकर इस संकट का सामना कर सके।”
हालांकि, विशेष संसद सत्र की मांग को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम विपक्ष की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
इस बीच, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में अमेरिका की मध्यस्थता को भी सराहा जा रहा है। ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “लंबी बातचीत के बाद, भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई है।”
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या सरकार विपक्ष की इस मांग को स्वीकार करेगी और विशेष संसद सत्र बुलाया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के इस मुद्दे पर आगे क्या कदम उठाए जाते हैं, यह देखना बाकी है।