रांची: बीते कल ही राजा भईया की पत्नी ने उनके खिलाफ दिल्ली में घरेलू हिंसा और उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है। बता दें यूपी की कुंडा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने उनके खिलाफ दर्ज कराने के बाद से ही मामले की चर्चा जोरों पर है। दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा है और इस बीच भानवी सिंह के आरोपों ने विवाद को और तेज कर दिया है। हालांकि इस मामले में अब तक राजा भैया की ओर से कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन उनके बेहद करीबी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी ने एक्स पर लंबा पोस्ट लिखकर जवाब दिया है। उन्होंने भानवी सिंह के आरोपों को न सिर्फ झूठा बताया बल्कि संपत्ति के लालच में माता और पिता को भी पीटने का आरोप लगा दिया।
इसे लेकर कुंवर अक्षय प्रताप सिंह ने लिखा, ‘माननीय राजा भैया के ख़िलाफ़ भानवी सिंह की एफआईआर की ख़बर काफ़ी सुर्खियों में है, हो भी क्यों ना राजा भैया TRP बढ़ाने वाला नाम जो हैं। बीते चार वर्षों से तलाक का केस दिल्ली के साकेत कोर्ट में चल रहा है, जिसपर कोर्ट ने सभी पत्रकारों की रिपोर्टिंग पर भानवी सिंह के ही अनुरोध पर रोक लगा रखी है। मर्यादा के कारण भैया ने आज तक इस विषय पर कभी कुछ नहीं कहा और शायद कहेंगे भी नहीं, जबकि भानवी सिंह ने अब बदतमीज़ी की सभी हदों को पार कर दिया है। मेरे ऊपर, भैया के सहयोगियों, सेवकों के ऊपर मुक़दमा दर्ज कराने से जब मन नहीं भरा तो आज भैया के ऊपर भी झूठी एफआईआर करा दी।
भैया पर उंगली उठेगी तो उनके शुभचिंतक चुप नहीं बैठेंगे, बैठना चाहिए भी नहीं।’ इतना ही नहीं इसके आगे वह लिखते हैं, ‘अब इनका असली चरित्र आप सभी के सामने लाने का समय आ गया है। भानवी जी संपत्ति के लालच में कई बार अपने माता पिता पर हाथ उठा चुकी हैं। प्रस्तुत ऑडियो में भानवी सिंह की मां श्रीमती मंजुल सिंह अपनी पुत्री भानवी से मार खाने के बाद राजा भैया से रो-रोकर अपनी आपबीती सुना रही हैं। बताते चलें कि भानवी सिंह के घर का नाम ‘मोनू’ है, जिसे आप ऑडियो में सुनेंगे। जिनको लग रहा हो कि ऑडियो फर्जी है, उनके लिए वो पत्र भी संलग्न है, जिसमें भानवी सिंह की 75 वर्षीय वृद्ध और बीमार मां ने उनके द्वारा बार बार पीटे जाने, गाली गलौच करने, धमकी देने से आतंकित होकर पुलिस आयुक्त लखनऊ से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है।’ अमेठी के जामो राजघराने से ताल्लुक रखने वाले गोपाल जी ने कहा कि भैया के ऊपर झूठी एफआईआर कराने के बाद अब संकोच लिहाज का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
इनका असली चेहरा दिखाने वाले कई प्रमाण ऑडियो, वीडियो, अभिलेखों के रूप में मौजूद हैं जो समय समय पर आपके सामने लाता रहूंगा। इस दौरान उन्होंने उन लोगों को भी जवाब दिया, जिनकी नसीहत थी कि यह विवाद यूं नहीं बढ़ना चाहिए। गोपाल जी ने लिखा, ‘जो शुभचिंतक ये कह रहे हैं कि घर का मामला घर में निपट जाता तो अच्छा रहता, वे कृपया ध्यान दें कि घर का मामला घर के बाहर ले कौन गया? एफआईआर कोई घर की बात नहीं होती। भैया के ऊपर झूठा मामला दर्ज कराया गया है, लोगों के सामने सच्चाई आये ये आवश्यक है।’