मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा, विहिप और कई हिंदू संगठनों ने बुधवार को अलवर में मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ राजस्थान में विरोध मार्च निकाला। भाजपा सांसद बालक नाथ ने कहा कि हम राजस्थान सरकार को तुष्टीकरण की राजनीति का प्रचार करने से रोकने के लिए यह मार्च निकाल रहे हैं। हमारे ज्ञापन में हमने शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और ध्वस्त मंदिर के निर्माण की मांग की है। वहीं उन्होंने सीएम गहलोत को कहा कि उन्हें इस्तीफा दे देनी चाहिए।
मंदिरों के संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया गया
गौरतलब है कि नगर निगम शहर में एक सड़क को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत अलवर जिले के राजगढ़ में 17-18 अप्रैल को दो मंदिरों और कुछ अन्य संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया गया था। अधिकारियों के अनुसार, मंदिरों में से एक को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया था, दूसरे को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया था।
भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध
मंदिरों को तोड़े जाने से भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया और दोनों ने एक दूसरे पर विध्वंस के लिए आरोप लगाया। भाजपा ने राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर हिंदू धार्मिक स्थलों पर बुलडोजर का उपयोग करने का आरोप लगाया. वहीं कांग्रेस ने कहा कि यह अतिक्रमण अभियान राजगढ़ के भाजपा द्वारा संचालित नगर निकाय द्वारा चलाया गया था।
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