[Team Insider] झारखंड में नक्सलियों के लिए काल साबित हो रही स्पेशल फोर्स झारखंड जगुआर के गठन के 14 साल पूरे हो गए हैं। झारखंड जगुआर की स्थापना दिवस के अवसर पर रांची के टेंडर ग्राम स्थित जगुआर मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए। वही शहीदों को श्रद्धांजलि दे कर नमन किया।
21 झारखंड जगुआर के जवान वीरगति को प्राप्त हुए
बता दे कि लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान में जगुआर का विशेष योगदान रहा है। नक्सलियों से लोहा लेने वाले इस फोर्स की तुलना आंध्र प्रदेश के ग्रे हाउंड से की जाती है। 14 साल के इतिहास में झारखंड जगुआर के जवान ने कई नक्सलियों को मार गिराया। कई को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। नक्सलियों के खिलाफ जंग में अब तक 21 झारखंड जगुआर के जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं। स्थापना दिवस के अवसर पर झारखंड जगुआर के उन वीर सपूतों के परिवार वालों को भी आमंत्रित किया गया । जिन्होंने अपने प्राण को निछावर कर राज्य की रक्षा की। इस अवसर पर उन्हें सम्मानित भी किया गया।

झारखंड जगुआर की भूमिका महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड जैसे खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य के माहौल के बीच नक्सलियों ने एक डर और भय का वातावरण बनाने का काम किया है। राज्य में जहां एक ओर , यहां के आदिवासी एवं मूलवासी प्राकृतिक सुंदरता के बीच जीवन व्यतीत कर रहे थे। वैसे जगहों में नक्सलियों ने भोले-भाले लोगों को दिग्भ्रमित कर एक नकारात्मक माहौल उनके बीच बनाने का कार्य किया है, परंतु झारखंड पुलिस और झारखंड जगुआर के जवानों ने उग्रवाद उन्मूलन अभियान चलाकर राज्य में फिर से एक बेहतर वातावरण सृजन करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है।
शहीद जवानों के परिजनों के हर दुःख-सुख में सदैव खड़ी रहेगी
उन्होंने कहा कि इस स्थापना समारोह कार्यक्रम में कई वीर शहीद पुलिस जवानों के परिजन हमारे बीच उपस्थित हैं। राज्य सरकार वीर शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार शहीद जवानों के परिजनों के हर दुःख-सुख में सदैव खड़ी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस माटी के वैसे वीर सपूत जो अपना कर्तव्य निर्वहन में अपना सर्वस्व दिया है उनके शहादत को हमसभी लोग हमेशा अपने दिलों में रखते हुए आगे का सफर तय करेंगे।
विकट परिस्थितियों में इस बल के जवानों ने अच्छा काम कर दिखाया
वही इस इस अवसर पर डीजीपी नीरज सिन्हा ने झारखंड जगुआर द्वारा नक्सल उन्मूलन अभियान के अद्यतन कार्यों की विस्तृत जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में भी इस बल के जवानों ने हौसला बुलंद रख काफी अच्छा काम कर दिखाया है। अपने शौर्य के बल पर इस फोर्स ने बहुत कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड जगुआर को उच्च कोटि का बल बनाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
शहीदों के परिजन हुए सम्मानित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने झारखंड जगुआर के शहीद पुलिस पदाधिकारी तथा कर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया। सम्मानित किए गए परिजनों में शहीद इंद्रदेव सिंह (वितंतु) की पत्नी ममता इंदू, शहीद (आरक्षी) गोपाल लकड़ा की पत्नी सविता लकड़ा, शहीद (आरक्षी) बुधवा मुंडा की पत्नी शोभा मुंडा, शहीद (आरक्षी) अशोक कुमार की पत्नी ममता देवी, शहीद (आरक्षी) मोहन कुमार नीरज की पत्नी संगीता देवी, शहीद (आरक्षी) परमानंद चौधरी की पत्नी रूबी कुमारी, शहीद (आरक्षी) अजय कुजूर की पत्नी सरिता कुजूर, शहीद (आरक्षी) देव कुमार महतो की पत्नी ममता कुमारी, शहीद (आरक्षी) कुंदन कुमार सिंह की माता शारदा देवी, शहीद (आरक्षी) हरद्वार साह की पत्नी चंचल देवी, शहीद (आरक्षी) खंजन कुमार महतो की माता गौरी देवी, शहीद (आरक्षी) मनोज बाखला की पत्नी मंजू सरिता बाखला, शहीद (हव०) देवेंद्र कुमार पंडित की पत्नी रेखा देवी, शहीद (उप-समादेष्टा) राजेश कुमार की पत्नी रूबी कुमारी, शहीद (आरक्षी) किरण सुरीन की पत्नी ग्रेस गुड़िया शामिल थे।