[Team Insider] कक्षा नर्सरी से स्कूल खोलने के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री जगन्नाथ ने शनिवार को साफ तौर पर कहा बहुत हो गया कोरोना। अब स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा झारखण्ड के लाखों बच्चे हमारे हैं। अब कोई और तकनीकी कारणों की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
शिक्षा व वित्त मंत्री ने स्कूल खोलने का दिया भरोसा
वहीं आरटीई कानून संशोधन को निरस्त करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सभी स़गठनों को बुलाकर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठकर निर्णय लिया जाएगा। वहीं शिक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने बताया कि शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री दोनों ही बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी संजीदा और चिंतित हैं। उन्होंने कहा शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री ने स्पष्ट तौर पर स्कूल खोलने का भरोसा दिया है।
वहीं पासवा के प्रदेश उपाध्यक्ष लाल किशोर नाथ शाहदेव ने पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा करने के लिए भी शिक्षा मंत्री को धन्यवाद दिया और बिना देर किए स्कूल खोलने की मांग की। प्रदेश महासचिव डा राजेश गुप्ता ने कहा शिक्षा मंत्री के बातों से पूरी तरह आशान्वित हैं कि अब स्कूल खुल जाएंगे और एक बार फिर से बच्चों का जीवन गुलजार होगा।
शिक्षा मंत्री के साथ पासवा के प्रतिनिधिमंडल ने की बैठक
बता दें कि झारखण्ड प्रदेश पासवा के पचास सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के नेतृत्व में राज्य में नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक स्कूल खोलने की मांग को लेकर और 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा आरटीआई कानून में किए गये संशोधन को निरस्त करने की मांग को लेकर झारखण्ड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो से मुलाकात किया है और बैठक की। साथ ही ज्ञापन भी सौंपा है।