[Team insider] नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत पंचायत सचिव अभ्यर्थियों ने गुरुवार को शहीद मैदान से विधानसभा जाने वाले रास्ते में मानव श्रृंखला बनाया। बता दें कि 25 फरवरी से लेकर 25 दिसंबर तक बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान सूबे के मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्रियों और विधायकों के सरकारी गाड़ियों की हूटर की आवाज और आवाजाही इसी मार्ग से होती है। ऐसे में सरकार की उदासीन रवैया और अपनी आवाज मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्रियों और विधायकों तक पहुंचाने की कोशिश की है।
वहीं मानव श्रृंखला में शामिल एक अभ्यर्थी डिप्टी एसपी के गाड़ी के चपेट में आने से गंभीर रुप से घायल हो गया, जिसके बाद वहां चीख-पुकार मच गयी। जिसके बाद उसे हॉस्पीटल ले जाया गया।
लिखित परीक्षा 2018 में आयोजित की गई थी
वर्ष 2017 में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा दो विज्ञापन 01/2017 और 02/2017 निकाला गया था। जिसके तहत पंचायत सचिव और लिपिक के जिला एवं राज्य स्तरीय पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित कर परीक्षा आयोजित की गयी थी। जिसकी लिखित परीक्षा वर्ष 2018 के जनवरी व फरवरी माह में विभिन्न तिथियों को आयोजित की गई थी।
मेधा सूची और नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत
लिखित परीक्षा का परिणाम वर्ष 2019 में प्रकाशित की गई एवं सभी सफल अभ्यर्थियों का कंप्यूटर दक्षता परीक्षा व हिंदी टंकण परीक्षा ली गयी थी। इसमें सफल कुल 4948 अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन का कार्य वर्ष 2019 के सितंबर माह में विभिन्न तिथियों को सम्पन्न की गयी थी। उस समय से आज तक हजारों अभ्यर्थी मेधा सूची और नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं।
तीन वर्ष से मेधा सूची का इंतजार
सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के बाद से छात्र मेधा सूची प्रकाशित होने की प्रतिक्षा कर रहे हैं। 3 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी आज तक अंतिम मेधा सूची प्रकाशित नहीं की गयी है। रिजल्ट प्रकाशन में काफी विलंब होने के कारण अभ्यर्थियों में निराशा व्याप्त है जिस कारण पंचायत सचिव अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं। इससे पहले लगातार 20 दिनों से राजभवन के समक्ष ये अभ्यर्थी धरना दे रहे थे। कई बार इन लोगों ने जेएसएससी के समक्ष धरना भी दिया मगर आश्वासन के सिवा अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगा है।