[Team insider] झामुमो के 50 साल पूरे होने पर केंद्रीय कार्यालय में JMM के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से कोई बड़ा आयोजन झामुमो के स्थापना के 50 साल होने पर नहीं हो रहा है। पर धनबाद और बोकारो जिले में स्थानीय स्तर पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए आज का दिन मनाया गया है। धनबाद में 04 फरवरी 1972 को झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना विनोद बिहारी महतो, एके राय और शिबू सोरेन ने मिलकर की थी।
बाबूलाल मरांडी से आर्मी के जवानों की तरह कदमताल कराया जाता है
सुप्रियो भट्टाचार्या ने पूर्व सीएम रघुवर दास पर निशाना साधते हुए कहा कि टॉफी और ट्रॉफी क्या कोई सीएम चुराता है। चुरानी ही थी तो कोई बड़ी चीज चुराते। वहीं टॉफी और टी-शर्ट घोटाले की जांच एसीबी से कराने के हेमंत सरकार के फैसले को बिल्कुल सही करार देते हुए कहा कि रघुवर सरकार की हर योजना की जांच होनी चाहिए। बाबूलाल मरांडी का भी वही हाल है। जैसे आर्मी के जवानों को कदमताल कराया जाता है, बीजेपी में बाबूलाल को कराया जा रहा है। सुप्रियो भट्टाचार्या ने पूर्व नगर विकास मंत्री और भाजपा नेता सीपी सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह मंत्री थे तभी हरमू नदी करोड़ों की राशि खर्च कर नाले में तब्दील हुई थी। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में ही सड़क नीचे और नाली ऊपर योजना शुरू हुई थी।
भाषा संवेदनशील मुद्दा पर समाधान निकालेगी सरकार
वर्तमान में झारखंड में भाषा विवाद चल रहा है। मगही, भोजपुरी, अंगिका, मैथिली जैसी भाषाओं को लेकर आवाज उठ रही है। इस मामले पर सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि भाषा का मुद्दा बेहद संवेदनशील हैं और इसका सर्वमान्य हल निकालने के के लिए संवाद का रास्ता ही बेहतर है। उन्होंने कहा कि बातचीत से ही इसका समाधान निकाला जा सकता है। झामुमो नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि संवैधानिक बाध्यता है कि कई कार्यो के लिए सरकार को नेता प्रतिपक्ष की राय भी लेनी होती है ऐसे के झामुमो का भाजपा नेतृत्व से आग्रह है कि वह किसी वरिष्ठ विधायक जो कमल चुनाव चिह्न पर निर्वाचित हुए हैं उन्हें विधायक दल का नेता बना दें ताकि उन्हें सदन में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता मिल सके।