[Team insider] राज्यपाल रमेश बैस के अभिभाषण के साथ विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ। अपने संबोधन में राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों से सदन को अवगत कराया। वहीं विधायकों को नसीहत देते हुए कहा कि प्रत्येक सदस्य का यह दायित्व है कि वे राज्यहित को सर्वोपरि रखते हुए जनता की आकांक्षाओं को पूरा करें। वहीं उन्होंने कहा कि वाद विवाद लोकतंत्र को सशक्त बनाता है लेकिन वाद विवाद का स्तर ऊंचा हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के चतुर्दिक विकास के लिए वचनवद्ध है।
राज्य निर्माण के संकल्पों को मूर्त रूप देना चुनौती: स्पीकर
विधानसभा स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने कहा कि राज्य निर्माण के 22 वर्ष पूरे हुए। हमारे सामने राज्य निर्माण के संकल्पों को मूर्त रूप देना चुनौती है। कहा कि इस बजट सत्र के माध्यम से राज्य के विकास की गति तेज होगी। उन्होंने कहा कि बजट सत्र में 17 कार्यदिवस निर्धारित हैं। इस दौरान सदन में वित्तीय वर्ष 2021-22 का तृतीय अनुपूरक बजट सदन में आएगा।
भाजपा सरकार की स्थानीय नीति को रद्द किया जाये
वहीं इससे पहले सदन के बाहर स्थानीय नीति और नियोजन नीति को लेकर माले विधायक विनोद सिंह और आजसू विधायक लंबोदर महतो विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गये। विनोद सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की स्थानीय नीति को रद्द किया जाये। वहीं लंबोदर महतो ने कहा कि राज्य सरकार 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति लागू करे।