[Team Insider] कर्नाटक से उठे हिजाब का मामला लगभग हर राज्य में एक मुद्दा बन गया है । बात करे राजधानी रांची की तो पिछले दिनों रांची के डोरंडा कॉलेज में छात्र-छात्राओं द्वारा हिजाब को लेकर प्रदर्शन किया गया। वही हिजाब को लेकर मुस्लिम महिलाओ ने अपनी बातो को हमसे साझा करते हुए कहा हिजाब उनके धर्म में शामिल किया गया है। हिजाब पहनना हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है।
परदे में रहना हमारा महज़ब
उनका कहना है कि हमारे संविधान में भी यह उल्लेख किया गया है । हर इंसान को कोई भी धर्म अपनाने और और उस धर्म के लिबास पहनने की आजादी दी गई है । जब हमारे संविधान में उल्लेख है तो इसका विरोध करना सही नहीं है। वही मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि हमारे कुरान में भी इस चीज को बताया गया है की महिलाओं को पर्दे में रहना चाहिए। यह हिजाब यह बुर्खा उनका मान है वहीं कुछ लोगों का कहना है की हर धर्म की अलग अलग पहचान होती है तो इसी प्रकार हमारी पहचान यही हिजाब यह बुर्खा है जब से हम इस दुनिया में आए हैं तब से इस रीति रिवाज को मान रहे हैं वही व की महिलाओं का कहना है कि हिसाब हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है।
हिजाब प्रतिबंध को लेकर विदेशों से भी आई प्रतिक्रिया
बता दें कि कर्नाटक के हिसाब प्रतिबंध लेकर देश ही नहीं विदेशों से भी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। वही इस विवाद पर अमेरिका ने भी अपना बयान जारी कर दिया है । भारत में मुस्लिम छात्रों की हिजाब पहनने की मांग को लेकर उठे विवाद के बीच अमेरिका ने कर्नाटक की आलोचना की है। कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं को लेकर उपजे तनाव पर अमेरिका ने कहा कि स्कूल में हिजाब प्रतिबंध लगाना धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है। धार्मिक कपड़ों की इजाजत देना या ना देना या कर्नाटक होते करना चाहिए। वहीं इस मामले पर इससे पहले पाकिस्तान ने भी हिजाब विवाद पर अपना बयान जारी किया था। इमरान खान की सरकार में सूचना मंत्री फवाद चौधरी खान ने कहा, ‘मोदी के भारत में जो कुछ हो रहा है, वह डरावना है।