बेंगलुरु : रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की IPL 2025 की जीत का जश्न उस समय मातम में बदल गया, जब बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद बेंगलुरु पुलिस ने RCB फ्रेंचाइजी, डीएनए एंटरटेनमेंट, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट असोसिएशन (KSCA) और अन्य के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब हजारों प्रशंसक RCB की जीत के जश्न में शामिल होने के लिए स्टेडियम के बाहर जमा थे। RCB ने मंगलवार को अहमदाबाद में पंजाब किंग्स को छह रनों से हराकर अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीती थी, जिसके बाद बेंगलुरु में एक भव्य विजय परेड की योजना बनाई गई थी।
हालांकि, खराब योजना और संचार की कमी ने स्थिति को बेकाबू कर दिया। शुरुआत में RCB ने परेड रद्द करने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में दोपहर 3:14 बजे इसे फिर से आयोजित करने की बात कही, जिससे 50,000 प्रशंसकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। स्टेडियम के संकरे गेट और भीड़ के दबाव ने इस भयानक हादसे को जन्म दिया।
क्यूबन पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में RCB, डीएनए एंटरटेनमेंट (इवेंट मैनेजर), KSCA प्रशासनिक समिति और अन्य पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाया गया है। FIR में धारा 105 (आपराधिक हत्या), 125 (1)(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 132 (सार्वजनिक सेवक को कर्तव्य से रोकने के लिए हमला), 121/1, और 190 आर/डब्ल्यू 3(5) (गैरकानूनी सभा के सदस्यों की जिम्मेदारी) जैसी गंभीर धाराएं शामिल की गई हैं। पुलिस का कहना है कि आयोजकों ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर पहले ही चेतावनी दी थी, जिसे नजरअंदाज किया गया।
कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से सख्त सवाल किए हैं। कोर्ट ने पूछा, “अगर भविष्य में ऐसी घटना होती है, तो क्या सरकार के पास कोई तय योजना (SOP) है?” जवाब में राज्य सरकार के एडवोकेट जनरल ने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और एक योजना तैयार करेगी। कोर्ट ने सरकार को 10 जून तक एक स्टेटस रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।
हादसे के बाद RCB ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है और घायलों की मदद के लिए ‘RCB केयर्स’ फंड बनाने की बात कही है। कर्नाटक सरकार ने भी मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। KSCA ने भी पीड़ित परिवारों के लिए 5 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, जिसकी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर जमा की जाएगी। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी हादसे पर गहरा दुख जताया और सरकार से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और समर्थन सुनिश्चित करने की अपील की। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि इस हादसे से बेंगलुरु की छवि को धक्का लगा है।
यह घटना आयोजकों और प्रशासन के बीच समन्वय की कमी को उजागर करती है, जिसके चलते एक खुशी का मौका भीषण त्रासदी में बदल गया। अब सभी की निगाहें जांच और कोर्ट की कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।