नालंदा जिले के सिलाव के कड़ाह मदरसा में शुक्रवार को दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया, जिसमें ‘आप सबकी आवाज’ (ASA) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने शिरकत की। इस इफ्तार पार्टी में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिससे समाज में आपसी सौहार्द और भाईचारे का सुंदर उदाहरण देखने को मिला।

इफ्तार के दौरान आरसीपी सिंह ने बिहार की वर्तमान राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि एक चीफ इंजीनियर को रिटायर होने के बाद दोबारा दो साल के अनुबंध पर बहाल कर दिया गया है, जो सरकार में गहराये भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
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आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि को ईमानदार बताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उनके आसपास मौजूद लोग भ्रष्टाचार और अनियमितताओं में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में कई लोग “गुल खिला रहे हैं” और यह बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है।
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आरसीपी सिंह ने वक्फ़ संशोधन बिल पर भी अपनी राय रखी और कहा कि नीतीश कुमार इस बिल का समर्थन कर रहे हैं, जबकि पहले वे इस तरह के मुद्दों से अलग रहते थे। इससे यह संकेत मिलता है कि उनका यह कार्यकाल संभवतः अंतिम हो सकता है। इस इफ्तार पार्टी में विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोग भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाला अवसर बताया।