बिहार कांग्रेस में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए टिकट वितरण को लेकर बड़ा बवाल मच गया है। पटना जिले के विभिन्न मंडलों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुलेआम बगावत का रंग दिखाया, जिसमें ‘टिकट चोर गद्दी छोड़ो’ जैसे तीखे नारे गूंजे। यह घटना पार्टी के स्थानीय नेतृत्व के खिलाफ असंतोष को उजागर करती है, जहां कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता टिकट आवंटन प्रक्रिया को ‘भ्रष्ट’ और ‘बाहरी प्रत्याशियों’ के पक्ष में करार दे रहे हैं।
टिकट वितरण में कथित भाई-भतीजावाद और स्थानीय दावेदारों की अनदेखी। पटना साहिब, पाटलिपुत्र और फतुहा जैसे विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन पर विवाद चरम पर पहुंचा। पार्टी मुख्यालय के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। नारों में “टिकट चोरों को सजा दो” और “गद्दी छोड़ो, जनता का विश्वास जीतो” प्रमुख थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने इसे “आंतरिक लोकतंत्र की प्रक्रिया” बताया, लेकिन वरिष्ठ नेता प्रेमचंद गुप्ता ने इस्तीफे की धमकी दी।
यह बगावत बिहार कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल खड़ी कर रही है, खासकर महागठबंधन के साथ गठबंधन की पृष्ठभूमि में। पार्टी हाईकमान दिल्ली से हस्तक्षेप की उम्मीद जताई जा रही है।






















