नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को एक 25 वर्षीय व्यक्ति श्लोक तिवारी को गिरफ्तार किया, जिसने कथित तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जान से मारने की धमकी दी थी। यह घटना गाजियाबाद में हुई, जहां तिवारी ने शराब के नशे में पुलिस कंट्रोल रूम (112 नंबर) पर कॉल करके धमकी दी थी। पुलिस ने बताया कि तिवारी के पास से कई फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुए हैं, जिससे संदेह जताया जा रहा है कि वह गंभीर अपराध में लिप्त हो सकता है और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
पुलिश पूछताछ में तिवारी ने दावा किया कि उसने शराब के नशे में धमकी भरी कॉल की थी और उसे इसकी जानकारी नहीं थी। जांच में पता चला कि तिवारी ने एलएलबी की पढ़ाई की है, लेकिन उसकी पत्नी के उसे छोड़ जाने के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान था। इस तनाव ने उसे शराब की लत की ओर धकेल दिया, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। हालांकि, पुलिस इस दावे पर संदेह जता रही है और मामले की गहन जांच जारी है।
गौरतलब है कि रेखा गुप्ता को गुरुवार को यह धमकी मिली थी, जिसके बाद दिल्ली और गाजियाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए तिवारी को गिरफ्तार किया। इससे पहले कुछ दिन पहले एक ई-मेल के जरिए उद्योग भवन और निर्माण भवन को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसके बाद से पुलिस प्रशासन पहले से ही सतर्क था। इस घटना ने दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रेखा गुप्ता, जो 20 फरवरी 2025 को दिल्ली की नौवीं और चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर चुकी हैं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही हैं। तीन बार पार्षद रह चुकीं गुप्ता का चयन महिला मतदाताओं और बनिया समुदाय को साधने के लिए किया गया, जो 2025 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत में अहम रहा। गुप्ता का राजनीतिक करियर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डीयूएसयू) के 1996-97 सत्र से शुरू हुआ था, जहां उन्होंने अध्यक्ष पद संभाला था।
दिल्ली पुलिस के नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने तिवारी को गिरफ्तार किया और अब तक की जांच में उसके फर्जी दस्तावेजों का पता चला है। पुलिस का मानना है कि यह मामला केवल नशे की हालत में की गई हरकत से कहीं अधिक गंभीर हो सकता है। जांच पूरी होने तक तिवारी की बातों पर भरोसा नहीं किया जा रहा है, और सुरक्षा एजेंसियां इस घटना के पीछे किसी बड़े साजिश की आशंका से इंकार नहीं कर रही हैं।
यह घटना दिल्ली की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर व्यापक असर डाल सकती है, खासकर जब राज्य आगामी चुनावों की तैयारियों में जुटा है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।