नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कांवड़ यात्रा के आयोजन को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव की घोषणा की है। अब कांवड़ समितियों को दिल्ली सरकार से सीधे वित्तीय सहायता मिलेगी, जिससे पहले के टेंडर प्रक्रिया से जुड़े भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
मंत्री कपिल मिश्रा ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि मुख्यमंत्री गुप्ता ने तीन ऐतिहासिक घोषणाएं की हैं, जो कांवड़ यात्रियों और आयोजकों दोनों के लिए लाभकारी साबित होंगी। पहली घोषणा के तहत, हर कांवड़ शिविर को 1200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी, जो एक बड़ी राहत होगी।
दूसरी, आयोजकों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम लागू किया जाएगा, जिससे प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल और तेज होंगी। तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण घोषणा है कि कांवड़ समितियों को अब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे उनके खातों में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे, जिससे भ्रष्टाचार की संभावनाओं को जड़ से खत्म किया जा सकेगा।
मिश्रा ने कहा, “पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के दौरान कांवड़ यात्रा के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार हुआ था। टेंट लगाने और अन्य सुविधाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं की शिकायतें आई थीं। अब इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है, और पैसे सीधे समितियों के खातों में जमा किए जाएंगे, ताकि वे पारदर्शी तरीके से कांवड़ यात्रियों की सेवा कर सकें।”
कांवड़ यात्रा, जो जुलाई-अगस्त के महीने में आयोजित होती है, भारत का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जिसमें हर साल लगभग 3 करोड़ श्रद्धालु भाग लेते हैं। यह यात्रा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, और अन्य राज्यों से आने वाले कांवड़ियों के लिए विशेष महत्व रखती है, जो गंगा जल लेकर शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं।
इस नीतिगत बदलाव से न केवल भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगेगा, बल्कि कांवड़ यात्रा के आयोजन में पारदर्शिता और दक्षता भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, “कांवड़ यात्रा केवल आस्था का त्योहार नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण का भी अवसर है। दिल्ली सरकार इसकी व्यवस्था को पूरी निष्ठा, इंतजाम और संवेदनशीलता के साथ सुनिश्चित करेगी।”
यह निर्णय 2025 की कांवड़ यात्रा के लिए तैयारियों के बीच आया है, जहां सरकार ने शिव भक्तों को सम्मान, सुविधा और सुरक्षा प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया है। मंत्री मिश्रा की अगुवाई में एक समिति इस वित्तीय सहायता की सीमा तय करेगी।