बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा (Rishi Mishra) ने कांग्रेस (Congress) पार्टी से 02 फरवरी, बुधवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है। भूत पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के पोते और जाले से विधायक रहे ऋषि मिश्रा इस्तीफा देने के बाद काफी उग्र दिखें। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को उनके पूर्वजों ने सीचा और जान देने का काम किया है, उस पार्टी ने उन्हें तवज्जो नहीं दी।
बिहार कांग्रेस की नीति ठीक नहीं
ऋषि मिश्रा ने कहा कि बिहार कांग्रेस की नीति ठीक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल वह किसी पार्टी को ज्वाइन करने नहीं जा रहे हैं। साथ ही अपने दादा एल एन मिश्रा के नक्शे कदम पर चलने की बात कही। बता दें कि सोनिया गांधी को भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा है कि 2022 में भारत के पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा जीवन भर समाज के लोगों के लिए काम करते रहे। उन्होंने आगे लिखा कि मैं हमेशा एक निष्ठावान कार्यकर्ता की तरह कांग्रेस में रहा। हालांकि अब वर्तमान में मुझे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के माध्यम से जन सेवा करने और शहीद ललित बाबू के विचारों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने में दिक्कत महसूस हो रही है। इसलिए मेरी आपसे विनती है कि मुझे कांग्रेस के सभी दायित्वों से मुक्त करें एवं मेरी प्राथमिक सदस्यता को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दें।