विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में पोस्टर वॉर तो खूब होता है लेकिन अब पोस्टर उजाड़ने को लेकर वॉर शुरू हो गया है। पूरे बिहार में जगह जगह दो तरह के पोस्टर दिखाई दे रहे हैं। एक ओर तो सीएम नीतीश और पीएम मोदी के विकास के पोस्टर दिख रहे हैं तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव के सीएम बनाने को लेकर पोस्टर लगे हुए हैं। अब एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें तेजस्वी यादव वाले पोस्टर उखाड़े जा रहे हैं। यह वीडियो राजद की ओर से शेयर किया गया है।
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वीडियो में दिखाया गया है कि दो मजदूर मिलकर तेजस्वी यादव का पोस्टर मिटा रहे हैं। वहीं बगल में मोदी-नीतीश के पोस्टर को वह नहीं हटा रहे हैं। एक महिला पत्रकार के पूछने पर वह बताते हैं कि नीतीश सरकार के आदेश से यह पोस्टर हटाये जा रहे हैं। उन मजदूरों ने यह भी बताया कि सिर्फ तेजस्वी का पोस्टर हटाया जायेगा, नीतीश सरकार वाला पोस्टर रहेगा. अब इस वीडियो को राजद ने शेयर करते हुए लिखा है कि खिसियानी नीतीश, पोस्टर नोंचे!
आगे लिखा है कि तेजस्वी यादव जी की लोकप्रियता से घबराकर भाजपा नीतीश सरकार नंगई पर उतर गई है। सत्ता का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है। नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार के पोस्टर नहीं हटाए जा रहे हैं, केवल तेजस्वी यादव जी के ही पोस्टर हटाए जा रहे हैं। किस नियम के तहत यह दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है? अगर हटाना ही है तो सत्तारूढ़ पक्ष का भी पोस्टर हटना चाहिए था। तानाशाह नीतीश कुमार समझ गए हैं कि अब उनकी निकम्मी सरकार जा रही है। हताशा में खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे वाला हाल हो गया है नीतीश कुमार का। अब इकतरफा नीति अपनाते हुए विपक्ष को परेशान करने लगी है नकलची सरकार।