बिहार विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद बिहार बजट 2025 पर चर्चा हो सकती है। बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सवालों के जवाब भी सरकार देगी। इससे पहले बिहार विधानसभा में गंगा नदी में प्रदूषण का मुद्दा उठा।
विपक्ष के राजद विधायक मुकेश कुमार यादव ने विधानसभा में कहा कि पटना में गंगा काफी प्रदूषित है। कई गंदे नालों का पानी गंगा में जा रहा है। 10 साल से नमामी गंगे परियोजना चल रही. लेकिन अबतक गंगा साफ नहीं हुई। विधायक गंगा सफाई में हो रहे विलम्ब को लेकर सदन की कमिटी से जाँच कराने की मांग कर रहे थे। इस पर वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने जवाब दिया।
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सरकार के जवाब से असंतुष्ट विधायक ने कहा कि सरकार कोई काम नहीं कर रही है। इसी बीच उन्होंने एक बोतल निकाला और दिखाते हुए कहा कि, हम गंगा जल लाए हैं, आप जांच करा लीजिए, गंगा जल पूरी तरह से अशुद्ध हो गई है। इस स्पीकर ने राजद विधायक को हड़काया। दरअसल, विधायक मुकेश यादव सदन में गंगाजल लेकर पहुंचे थे। सदन में उन्होंने गंगाजल दिखाते हुए कहा कि कमेटी बना कर इस जल की जांच करवाई जाए। इसपर विधानसभा अध्यक्ष बिना अनुमति कोई चीज मत दिखाइए।
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वहीं गंगा जल की सफाई को लेकर सरकार की तरफ से बताया गया कि अभी 13 सीवरेज प्लांट मौजूद हैं और 32 प्लांट बनेंगे। इनके बनने के बाद गंगा जल की शुद्धता बढ़ जाएगी। गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नदी के किनारे के बसे शहरों में सख्ती बरती जाएगी। यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण युद्ध स्तर पर होगा। यह जानकारी विधानसभा में बुधवार को मुकेश कुमार यादव के अल्प सूचित प्रश्न के जवाब में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुनील कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि गंगा नदी के किनारे 32 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने हैं जबकि 13 बनकर तैयार हो चुके हैं। मंत्री ने स्वीकार किया की गंगा नदी में जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाने के कारण गंगा नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। मंत्री ने कहा कि गंगा नदी के जल में प्रदूषण के स्तर में बीते वर्षों में क्रमिक सुधार हुआ है।