बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट बढ़ गई है। AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर आगामी विधानसभा चुनाव में साथ लड़ने की इच्छा जाहिर की है। ओवैसी ने पत्र में सेक्युलर वोटों के बिखराव को रोकने की जरूरत बताते हुए महागठबंधन में शामिल होने की मंशा जताई है। इस प्रस्ताव पर RJD की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि ओवैसी का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि उनकी पार्टी अक्सर बीजेपी को लाभ पहुंचाने वाले तरीके से चुनाव लड़ती है। अब इस पत्र पर लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और INDIA गठबंधन के शीर्ष नेता मिलकर फैसला लेंगे।

वहीं आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि ओवैसी का बेस हैदराबाद में है। कभी-कभी चुनाव ना लड़ना भी मदद करना होता है। अगर वो बीजेपी को हराना चाहते हैं तो चुनाव ना लड़ें। यह बात ओवैसी साहब जानते हैं और उनके सलाहकार भी जानते हैं। अगर आपकी मंशा है कि बीजेपी के अधिनायकवादी चरित्र को शिकस्त दी जाए और नफरत की उनकी राजनीति को हराया जाए तो तो कई दफा चुनाव ना लड़ने का फैसला भी उसी तरह का फैसला होगा। मुझे उम्मीद है कि वो इस पर विचार करेंगे।
जेडीयू-बीजेपी ने क्या कहा…
वहीं, जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, ओवैसी क्या अपने बयान पर टिकेंगे जो उन्होंने पहले दिए हैं। आरजेडी ने ओवैसी के 4 विधायक तोड़ लिए थे। आरजेडी बिना दान और जकात के कुछ काम नहीं करती है। ओवैसी साहब बिना दान के लालू गेट नहीं खोलेंगे। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी ने ओवैसी के प्रस्ताव पर चुटकी ली है। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि ओवैसी ने सही कहा कि बीजेपी को हराने के लिए सबको साथ आना पड़ेगा, क्योंकि बीजेपी बिहार ही नहीं, पूरे देश के लोगों के दिलों में बसती है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी बिहार को लगातार विकास की दिशा में आगे बढ़ा रही है और AIMIM के साथ आने या अलग चुनाव लड़ने से NDA को कोई नुकसान नहीं होगा।

AIMIM ने चिट्ठी में क्या लिखा?
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी चाहती है कि वह महागठबंधन के साथ लड़े। इसको लेकर एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल करने के लिए आग्रह किया है। कहा है, ”अगर हम लोग मिलकर लड़ेंगे तो सेक्युलर वोटों का बिखराव नहीं होगा। अगली सरकार महागठबंधन की बनेगी।”