आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शुक्रवार को दरभंगा पहुंचे। जहां जाले विधानसभा क्षेत्र के अहिल्या स्थान में उन्होंने 5 पंडितों के साथ पूरे विधि विधान से माता अहिल्या की पूजा अर्चना की। इसके बाद वहां से दो किलोमीटर दूर कुम्हरौली में अपने दल के लगभग सभी बड़े नेताओं के साथ पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा के इफ्तार पार्टी में पहुंचे। पहले उन्होंने तिलक लगाकर पूजा पाठ किया, उसके बाद टोपी लगाकर इफ्तार करने पहुंच गये। इसको लेकर बीजेपी नेताओं ने उन पर तंज कसना शुरू कर दिया। अब रोहिणी आचार्य ने सबका जवाब दिया है।
तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी से गरमाई सियासत.. भड़के भाजपा के नेता, तिलक-टोपी पर उठा सवाल
रोहिणी आचार्य ने एक्स पर लिखा है- हम लोग सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखने वाले लोग हैं। हरेक धर्म व आस्था का सम्मान भी करते हैं। हरेक धर्म की मान्यताओं-परम्पराओं-त्यौहारों को अंतर्मन से निभाते भी हैं। जैसे दशहरा-दीवाली-होली-नवरात्रि-पूजा-पाठ-हवन हमारे श्रद्धाभाव व् संस्कार में हैं। ठीक उसी तरह से ईद-बकरीद-क्रिसमस-गुरु पर्व भी हमारे धार्मिक व्यवहार-आचार व संस्कार में हैं। हम तिलक लगा कर पूजा भी करते हैं। टोपी लगा कर सजदा भी करते हैं। माथे पर दस्तरबन्द रख वाहे गुरु का ध्यान भी करते हैं। मोमबत्ती जला कर प्रेयर (प्रार्थना) भी करते हैं।
तेजस्वी यादव ने अपने सबसे बड़े ‘दुश्मन’ को दे दी दावत.. बोले- पार्टी में आइये, मिलकर करेंगे काम
हम लोग धर्म-आस्था व् श्रद्धा का पाखंड करने वालों में से नहीं बल्कि आत्मसात करने वालों में से हैं। धर्म हमारे लिए जोड़ने का माध्यम है। देश की सत्ता पर काबिज विखण्डनकारियों की तरह तोड़ने का नहीं। हम इफ्तार की मेजबानी भी करते हैं और रमजान-ए-पाक में दूसरों के द्वारा बुलाने पर उनकी इफ्तारी में तहेदिल से शरीक भी होते हैं। हम उनमें से नहीं हैं जो बिना बुलाए बेझिझक पड़ोसी मुल्क में बिरयानी की दावत उड़ाने पहुँच तो जाते हैं। मगर धर्म विशेष के प्रति द्वेष का भाव रखते हुए बांटने-काटने की बात करते हैं।