टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज़ रोहित शर्मा और विराट कोहली पहले ही टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और अब केवल वनडे फॉर्मेट में सक्रिय हैं। हाल ही में दोनों खिलाड़ियों ने 2025 रणजी ट्रॉफी में वापसी की, जहां रिकॉर्ड दर्शकों की भीड़ देखी गई। अब ऐसी ही तस्वीर विजय हजारे ट्रॉफी में भी देखने को मिल सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2027 वनडे वर्ल्ड कप में खेलने की उम्मीदों को ज़िंदा रखने के लिए दोनों को विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने के लिए कहा जा सकता है। बीसीसीआई के नियमों के तहत, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक के दौरान खिलाड़ियों के लिए घरेलू टूर्नामेंट में भाग लेना अनिवार्य है।
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रोहित और कोहली दोनों अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ खेलने वाले हैं। यदि उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया, तो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह दौरा उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट साबित हो सकता है। बीसीसीआई भविष्य की योजना के तहत टेस्ट क्रिकेट की तरह वनडे में भी युवा खिलाड़ियों को मौका देने की तैयारी में है।
दोनों दिग्गजों ने इच्छा जताई है कि वे 2027 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। 2023 वर्ल्ड कप फाइनल में हार के बाद वे फिर से देश के लिए ट्रॉफी जीतने का सपना संजोए हुए हैं। हालांकि, तब तक कोहली की उम्र 38 और रोहित की लगभग 40 हो जाएगी। कोहली ने 2009 में विजय हजारे ट्रॉफी में 534 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाए थे, जबकि रोहित भी 2016 से 2018 के बीच इस टूर्नामेंट में कई बार खेल चुके हैं।
यह खबर ऐसे समय आई है जब बीसीसीआई और नए नेतृत्व में शामिल गौतम गंभीर ‘स्टार कल्चर’ को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। बोर्ड का रुख अब स्पष्ट है—बड़े से बड़े खिलाड़ियों को भी घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। इसका मतलब है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी विजय हजारे ट्रॉफी में उतर सकते हैं।